सार
वाशिंगटन पोस्ट के कर्मचारी कल से 24 घंटे के हड़ताल पर जाने वाले हैं। यह स्ट्राइक सैलरी भुगतान, रिमोट वर्क और दूसरी व्यवस्थाओं पर सहमति न बन पाने की वजह से हो रही है।
Washington Post. डेली न्यूजपेपर वाशिंगटन पोस्ट के मालिक अमेजन फाउंडर जेफ बेजोस हैं। कंपनी और कर्मचारियों के बीच सैलरी, काम और कई बातों को लेकर पिछले 18 महीने से तकरार है और इस पर कोई सहमति नहीं बन पाई है। जिसकी वजह से कर्मचारियों ने 7 दिसंबर से 24 घंटे के हड़ताल का ऐलान किया है। न्यूज पेपर यूनियर का आरोप है कि कंपनी उनकी किसी भी बात को नहीं मान रही है, जिसकी वजह से हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया है।
लेबर यूनियन ने की है डिमांड
अमेरिका में लेबर यूनियन काफी मजबूत और संगठित है। यहां हॉलीवुड राइटर्स से लेकर एक्टर्स, ऑटो वर्कर आदि के भी मजबूत लेबर यूनियन हैं। वाशिंगटन पोस्ट गिल्ड ने कहा है कि कई महीनों की बातचीत के बाद भी कोई सही निर्णय न हो पाने की स्थिति में यह स्ट्राइक की जा रही है। यूनियन का कहना है कि मैनेजमेंट ने सैलरी भुगतान, मेंटल हेल्थ सपोर्ट और बयआउट्स जैसे मुख्य मुद्दों पर कर्मचारियों की डिमांड को नहीं मान रही है। यूनियन ने कहा कि एलिट जर्नलिस्ट और बेस्ट टैलेंट यहां काम करते हैं लेकिन मैनेजमेंट उनकी भलाई के लिए कोई भी काम नहीं कर रहा है। यह बेहद अफसोस की बात है।
वाशिंगटन पोस्ट गिल्ड से जुड़ा 1000 स्टॉफ
वाशिंगटन पोस्ट गिल्ड यानि वहां यूनियन से करीब 1000 स्टाफ जुड़ा है। इसमें न्यूजरूम से लेकर कमर्शियल कर्मचारी, वेबसाइट से जुड़े कर्मचारी सभी लोग शामिल हैं। कहा गया है कि कंपनी में करीब 2500 कर्मचारी हैं। हालांकि यूनियन ने अभी यह नहीं बताया कि लगभग कितने कर्मचारी इस स्ट्राइक में शामिल होने वाले हैं। इससे पहले 1 दिसंबर को न्यूयार्क टाइम्स ने जानकारी दी थी कि करीब 700 कर्मचारियों ने हड़ताल को समर्थन दिया है और साइन किया है। जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका के सबसे पुराने मीडिया दिग्गज वाशिंगटन पोस्ट में कई तरह की परेशानियां सामने आई हैं।
यह भी पढ़ें
Global Technology Summit 2023: राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने AI को लेकर भारत का पक्ष रखा