पाकिस्तान और चीन सैन्य क्षेत्र में AI के इस्तेमाल पर मिलकर काम कर रहे हैं। CENTAIC के रूप में चीन पाकिस्तानी एयर फोर्स AI की ताकत दे रहा है। इससे पाकिस्तान को लड़ाई के मैदान की लाइव जानकारी मिली।
China Pakistan Defence Collaboration: पाकिस्तान के साथ चीन का बढ़ता रक्षा सहयोग अब सिर्फ हथियारों और हार्डवेयर तक सीमित नहीं रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों देश सैन्य क्षेत्र में AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के इस्तेमाल पर मिलकर काम कर रहे हैं। इसके केंद्र में गुप्त कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्र CENTAIC (सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड कंप्यूटिंग) है। इसकी स्थापना 2020 में हुई थी। 29 जुलाई को संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर भाषण के दौरान राहुल गांधी ने इसका जिक्र किया था।
CENTAIC के बारे में बोलते हुए, राहुल गांधी ने सवाल किया कि क्या सरकार को चीनी और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच "एकीकरण" की जानकारी है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को चीन से लड़ाई के मैदान की लाइव जानकारी मिल रही थी।
क्या है CENTAIC?
CENTAIC कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं कंप्यूटिंग केंद्र है। इसका लक्ष्य पाकिस्तानी वायु सेना (PAF) को एक तेज रफ्तार नेटवर्क वाली सेना में बदलना है। चीन PAF को एक बहु-क्षेत्रीय संचालन (MDO) नेटवर्क में बदलने में मदद कर रहा है। इसके तहत तेजी से फैसले लेने के लिए लड़ाई के मैदान की रियल टाइम खुफिया जानकारी के लिए जमीन, हवा और अंतरिक्ष-आधारित सेंसरों को एक साथ लाया गया है।
अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि चीन इसमें कोई भूमिका निभा रहा है या नहीं, लेकिन इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार एक रक्षा विशेषज्ञ के कहा है कि चीन और तुर्की पाकिस्तान के एआई सैन्य बुनियादी ढांचे की मदद करने में गहराई से शामिल हैं। चीन ने PAF को मल्टी-डोमेन ऑपरेशन स्थापित करने में मदद की है। इसमें जमीन पर मौजूद, हवाई और अंतरिक्ष आधारित सेंसरों की नेटवर्किंग शामिल है।
CENTAIC की स्थापना नागरिक और सैन्य दोनों तरह के उपयोग के लिए AI क्षमताओं को विकसित करने के उद्देश्य से की गई थी। यह केंद्र बिग डेटा, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) जैसे प्रमुख AI क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है। ये सभी एडवांस हवाई लड़ाई और पाकिस्तान के अगली पीढ़ी के लड़ाकू जेट कार्यक्रम, प्रोजेक्ट अज्म के लिए आवश्यक हैं।
