सार
वर्ल्ड डेस्क। जर्मनी के मैगडेबर्ग के क्रिसमस बाजार में एक BMW कार से रौंदकर दो लोगों की हत्या कर दी गई। इस घटना में 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। जर्मन पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। लड़कियों की तस्करी के मामले में सऊदी अरब की पुलिस को उसकी तलाश है।
आरोपी की पहचान तालेब ए के रूप में हुई है। 50 साल का तालेब पूर्वी राज्य सैक्सोनी-अनहाल्ट में रह रहा था। तालेब डॉक्टर है। वह 2006 से जर्मनी में रह रहा था। 2019 में FAZ को दिए इंटरव्यू में उसने खुद को 'इतिहास में इस्लाम का सबसे आक्रामक आलोचक' बताया था। तालेब दिमागी रोगों का डॉक्टर है।
पहले मुस्लिम था तालेब फिर बना नास्तिक
तालेब के सोशल मीडिया प्रोफाइल के अनुसार वह पहले मुस्लिम था बाद में नास्तिक बन गया। वह खुद को इस्लाम का कटु आलोचक बताता है। इसके साथ ही अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) का समर्थन करता है। यह एक जर्मन राजनीतिक पार्टी है। इसका रुख आप्रवासन विरोधी है।
तालेब का जन्म 1974 में सऊदी अरब के होफुफ शहर में हुआ था। 2006 में उसने जर्मनी के लिए स्थायी निवास की अनुमति हासिल की थी। उसे 2016 में शरणार्थी के रूप में मान्यता दी गई थी। उसने बताया था कि वह सऊदी अरब में अपने नास्तिक विचारों और दृष्टिकोणों को व्यक्त नहीं कर पा रहा है। सऊदी अरब इस्लामी देश है। यहां इस्लाम के खिलाफ बात करने पर कड़ी सजा मिलती है।
सऊदी अरब में वांटेड है तालेब, लगा है आतंकवाद फैलाने का आरोप
जर्मनी पहुंचने के बाद तालेब ने wearesaudi.net नाम से एक वेबसाइट बनाई। इसका उद्देश्य सऊदी और अन्य खाड़ी देशों से भागने वाले पूर्व मुसलमानों की मदद करना था।
रिपोर्टों के अनुसार तालेब सऊदी अरब में आतंकवाद और मध्य पूर्व से यूरोपीय संघ के देशों में लड़कियों की तस्करी से जुड़े आरोपों के चलते वांटेड है। जर्मनी ने उसे सऊदी अरब को प्रत्यर्पित करने से इनकार किया था। उसके खिलाफ आरोपों के बावजूद उसे शरण दी थी।
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