सार

इजराइल ने हमास के बाद अब हिजबुल्लाह पर निशाना साधा है और लेबनान बॉर्डर पर लगातार हमले कर रहा है। क्या इजराइल, हिजबुल्लाह को भी हमास जैसी हालत में पहुंचा देगा? 6 सवाल-जवाब में जानें सबकुछ। 

इंटरनेशनल डेस्क। पिछले 11 महीने से चल रही इजराइल-हमास जंग अब दूसरी तरफ शिफ्ट हो चुकी है। दरअसल, ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह 7 अक्टूबर को इजराइल पर किए गए हमास जैसे हमले की तैयारी कर रहा था। इसके लिए उसने इजराइल से सटे लेबनान बॉर्डर पर भारी मात्रा में रॉकेट, मिसाइलें, ड्रोन और गोला-बारूद इकट्ठा कर लिया था। जैसे ही ये खबर इजराइल को पता चली, उसने एक पल की भी देरी किए बिना 17 सितंबर से हिजबुल्लाह पर अलग-अलग तरीकों से हमले शुरू कर दिए। हिजबुल्लाह लड़ाकों की जेब में पेजर फटने से लेकर एयरस्ट्राइक तक इजराइल ने पिछले 10 दिनों में हिजबुल्लाह को सांस लेने का भी मौका नहीं दिया है। क्या अब इजराइल हिजबुल्लाह को भी हमास वाली कंडीशन में पहुंचा देगा? 6 सवाल-जवाब में जानते हैं आखिर क्या है उसका मकसद?

सवाल नंबर-1: 17 सितंबर से अब तक इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह पर लगातार हमले किए हैं। क्या अब ग्राउंड ऑपरेशन के लिए लेबनान में घुसेगी IDF?

जवाब: इजराइली सेना के चीफ जनरल हालेवी ने संकेत दिए हैं कि वो हवाई हमलों के बाद लेबनान में दाखिल होंगे, जहां हिजबुल्लाह के खिलाफ ग्राउंड ऑपरेशन किया जाएगा। हालेवी के मुताबिक, हवाई हमलों का मकसद ही यही था, ताकि हमें लेबनान में एंटर होने का वक्त मिले। बता दें कि IDF ने 2 रिजर्व ब्रिगेड लेबनान बॉर्डर के पास तैनात कर दी हैं।

सवाल नंबर 2- क्या हिजबुल्लाह को लेबनान बॉर्डर से पीछे धकेलना चाहता है इजराइल?

जवाब - इजराइल चाहता है कि हिजबुल्लाह साउथ लेबनान से हट जाए, क्योंकि वो वहीं से उत्तरी इजराइल पर मिसाइलें दागता है। ये इलाका इजराइल बॉर्डर से सिर्फ 25 KM दूर है। इजराइल पहले एक के बाद एक एयरस्ट्राइक कर हिजबुल्लाह के इन ठिकानों को खत्म करना चाहता है। बाद में ग्राउंड ऑपरेशन के जरिये हिजबुल्लाह लड़ाकों को वहां से 10 किलोमीटर दूर पीछे धकेलना चाहता है। हालांकि, लेबनान सीमा में घुसकर हिजबुल्लाह से आमने-सामने की लड़ाई इतनी आसान नहीं रहने वाली है।

सवाल नंबर 3 - हमास को छोड़ अचानक हिजबुल्लाह के पीछे क्यों पड़ा इजराइल?

जवाब - 7 अक्टूबर, 2023 के बाद से ही Gaza में इजराइल की लड़ाई हमास से चल रही थी। हालांकि, पिछले 10 दिन से इजराइल ने अपना फोकस हमास से हटाकर हिजबुल्लाह पर किया है। बता दें कि ईरान समर्थित हिजबुल्लाह पूरी तरह से हमास का सपोर्ट करता है। इस लड़ाई में वो शुरुआत से ही बीच-बीच पर इजराइल पर हमले करता रहा है। हिजबुल्लाह के हमलों के चलते लेबनान बॉर्डर के पास नॉर्थ इजराइल में बसे 60 हजार से ज्यादा लोगों को वहां से हटाना पड़ा। हिजबुल्लाह ने कहा है कि जब तक इजराइल हमास के साथ सीजफायर नहीं करता, हम हमले करते रहेंगे। ऐसे में इजराइल जब हमास की मेन लीडरशिप को खत्म कर चुका है तो उसने ईरान के एक और प्रॉक्सी हिजबुल्लाह को सबक सिखाने की ठानी है। इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के खिलाफ ‘नॉर्दर्न एरोज’ ऑपरेशन शुरू किया है।

सवाल नंबर 4 - हिजबुल्लाह पर एक के बाद एक हमले कर उसे संभलने का मौका क्यों नहीं देना चाहता इजराइल?

जवाब - इजराइल ने 17 सितंबर को हिजबुल्लाह लड़ाकों पर पेजर हमले कराए। वो इससे संभले भी नहीं थे कि अगले दिन वॉकी-टॉकी और सोलर डिवाइसेस में विस्फोट हुए। इसके बाद इजराइल ने लेबनान में हवाई हमले शुरू कर दिए। शुरुआत में इसकी रफ्तार कम थी, लेकिन बाद में एक ही दिन में हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों पर मिसाइलें दागीं। इजराइल हवाई हमलों के जरिये ही हिजबुल्लाह को कमजोर कर देना चाहता है, क्योंकि वो जानता है कि लेबनान में घुसकर हिजबुल्लाह के साथ जमीनी लड़ाई उतनी आसान नहीं होगी। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि इजराइली सेना पिछले 11 महीनों से लगातार युद्ध में है।

सवाल नंबर 5 - इजराइल के हमलों का किस तरह जवाब दे रहा हिजबुल्लाह?

जवाब - इजराइली हमलों के जवाब में हिजबुल्लाह भी अटैक कर रहा है, लेकिन उनके एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम की वजह से वो इजराइल को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पा रहा है। कुछ दिनों पहले हिजबुल्लाह की एक मिसाइल राजधानी तेल अवीव के एक अंदरूनी इलाके में गिरी थी, हालांकि इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ था। इसके बाद हिजबुल्लाह ने हाल ही में 45 मिसाइलें दागीं, जिनमें से ज्यादातर को आयरन डोम ने पहचानकर नष्ट कर दिया।

सवाल नंबर 6- क्या इजराइल लेबनान की हालत भी गाजा जैसी कर देगा?

जवाब - इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से लेकर रक्षा मंत्री योव गैलेंट और IDF प्रमुख जनरल हालेवी ने तो साफ कहा है कि हम हिजबुल्लाह को किसी सूरत में बख्शने वाले नहीं हैं। हालांकि, नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों को संदेश जारी कर साफ कहा है कि हमारी लड़ाई हिजबुल्लाह से है, इसलिए ऑपरेशन खत्म होने तक आप लोग अपने घर छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। हिजबुल्लाह ने आप लोगों के घर में घातक हथियार छुपा रखे हैं, जिनसे वो आए दिन हमारे लोगों पर अटैक करता है। इसकी वजह से हमें 60 हजार लोगों को विस्थापित करना पड़ा है। वो पिछले एक साल से अपने घर नहीं जा पाए हैं।

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