सार

2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। कोविड-19 महामारी ने दुनिया के ताकतवर से ताकतवर देशों में जान की भयानक तबाही मचाई थी।

जिनेवा: महामारी की तैयारियों सीरियसली नहीं किए जाने पर डब्ल्यूएचओ ने देशों को चेताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने कहा कि मई तक देश महामारी संबंधी तैयारी समझौता करने में विफल रहे हैं। विफरते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य की पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी अगर हम महामारियों की रोकथाम के प्रति गंभीर नहीं हुए।

दरअसल, 2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। कोविड-19 महामारी ने दुनिया के ताकतवर से ताकतवर देशों में जान की भयानक तबाही मचाई थी। दुनिया के तमाम विकसित देशों की स्वास्थ्य सुविधाएं धराशायी हो गई थीं। हालांकि, इसके बाद डब्ल्यूएचओ के 194 सदस्य देशों ने एक इंटरनेशनल एग्रीमेंट के लिए योजना बनाई। इस समझौता का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि देश की अगली स्वास्थ्य आपदा से निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो। इस मसौदा पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की 27 मई 2024 की मीटिंग में मुहर लगनी थी। लेकिन एग्रीमेंट नहीं होने पर डब्ल्यूएचओ चीफ ने चिंता जताई है।