काशी में 40 छात्रों की टीम ने करीब 60 किलो कबाड़ में 40 तरह के आर्ट वर्क और पब्लिक यूटिलिटी की चीजें तैयार की है। 60 किलो कबाड़ से छात्रों ने बच्चों के खेलने का खिलौना घर दुकान सजावट को सजाने के साथ-साथ रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग होने वाले चीजों को तैयार किया है।
काशी विश्व विद्यालय में न्यूट्रॉन का परिक्षण का काम होगा। रिसर्च ऐंड फिजिक्स डिपार्टमेंट के वैज्ञानिक प्रोफेसर अजय कुमार त्यागी ने भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर मुंबई की मदद से न्यूट्रॉन जनरेटर स्थापित किया है।
काशी में आठ अप्रैल को 17वां राष्ट्रीय ऑपरेशन की शुरुआत हुई जिसमें देश के विभिन्न स्थानों से आए डॉक्टर्स ने बच्चों में दूरबीन ऑपरेशन विधि की जानकारी दी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में शल्य चिकित्सा के 17वें राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरुआत हुई।
बनारस के काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों के विकास एवं कल्याण के लिए एक अनूठी पहल करते हुए, पीएचडी छात्रों के लिए “TEACH FOR BHU” नामक विशेष योजना की शुरूआत की है, जिससे इन छात्रों को स्वयं को भविष्य के लिए तैयार करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी भारतीय जनता पार्टी ने एक बार पुनः इतिहास दोहराते हुए आठों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। वाराणसी की आठ विधानसभा सीटों पर BHU के फूलों का कब्जा है।
Ayushman Bharat Yojna : आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है। एक अप्रैल 2018 को यह लागू की गई थी। इस योजना के जरिये गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक का कैशलेस बीमा उपलब्ध कराया जाता है। इसके तहत हर मिनट 14 लोगों को अस्पताल में दाखिला मिलता है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक पोस्टर पर विश्वविद्यालय के छात्रों ने आपत्ति जताई है। पोस्टर में विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ने भगवान राम की जगह खुद की और सीता के जगह अपनी पत्नी की तस्वीर प्रदर्शनी में लगाई है।
भगवान राम के जीवन पर शुरू हुए विश्व के पहले वर्चुअल विद्यालय स्कूल ऑफ राम ने हाल ही में रामचरितमानस में भौतिक विज्ञान नामक एक प्रमाणपत्रीय कार्यक्रम की शुरुआत की है। स्कूल ऑफ राम के संस्थापक संयोजक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्ययनरत पूर्व छात्र ने इस कोर्स का ऑनलाइन शुभारंभ किया था।
वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रशासन ने कोरोना की पहली लहर से बंद पड़े विश्वविद्यालय की कक्षाएं ऑफलाइन चलाने का निर्णय लिया हैं। इसी निर्णय के साथ छात्रों का चल रहा धरना भी समाप्त हो गया।
BHU के कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय को अपने नियमित संचालन के लिए सरकार से उदार वार्षिक सहयोग प्राप्त हो रहा है, लेकिन दुनिया के महानतम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को साकार करने के लिए बीएचयू को अपने पुरातन छात्रों और समर्थकों का उदार एवं भरपूर योगदान चाहिए।