दूसरी लहर में कोरोना जैसी घातक बीमारी के बाद हुई मौत के आंकड़ों को देखकर तो यही लगता है कि अभी इससे डरना जरूरी भी है। कोरोना में जहां कई परिवार मौत के मुंह में समा गए, वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जिनकी पॉजिटिव सोच और जिंदगी को जीने के जज्बे ने उन्हें न सिर्फ इस वायरस से लड़ने में मदद की बल्कि वो पूरी तरह ठीक होकर घर भी लौट आए।