एचआईवी और एड्स से जुड़ी बातों पर आज भी लोग आंख बंदकर के भरोसा कर बैठते हैं। एड्स पेशेंट से वो दूरी बनाकर रखते हैं। उन्हें लगता है कि कहीं उन्हें ना हो जाए। तो चलिए बताते हैं एड्स से जुड़े मिथक जिसे हर किसी को जानना चाहिए।
एचआईवी और एड्स को लेकर लोगों में कई ऐसी गलतफहमियां है, जिसके चलते रोगियों को सामाजिक भेदभाव झेलना पड़ता है। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर हम आपके लिए ऐसे ही चार मिथ्स और सच्चाई लेकर आए हैं।
पूरी दुनिया में 1 दिसंबर को एड्स डे मनाया जाता है। एड्स का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं, जो इससे पॉजिटिव होते हैं उनको छूना तो दूर उनके पास तक नहीं जाते। लेकिन राजस्थान के दो जोड़ों ने एड्स के इस डर पर जीत दर्ज की है, हालांकि वह अभी संघर्ष कर रहे हैं। उन्होनें अपने डर को हराकर शादी की है और सावधानी पूर्वक जीवन जी रहे हैं।
World's aids day 2022: आज पूरे विश्व में वर्ल्ड एड्स डे मनाया जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि ऐसे शख्स की कहानी जो एड्स ही नहीं कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को भी मात दे चुका है।
MSACS के अनुसार, एड्स के रोगियों के इलाज के लिए व्यापक स्तर पर काम किया जा रहा है। अक्टूबर 1990 से इस वर्ष मार्च तक अब तक 25,982 लोगों में एड्स कस ट्रीटमेंट किया गया है। 3,506 लोगों की मृत्यु इस घातक बीमारी के कारण हो चुकी है।