Holi 2023 Calendar: होली एक ऐसा त्योहार है जो कई दिनों पहले से शुरू हो जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न परंपराओं के साथ ये पर्व कुछ दिन पहले से ही मनाया जाने लगता है। इस बार होलिका दहन 7 मार्च को होगा और धुरेड़ी 8 मार्च को खेली जाएगी।
Holi Durlabh Yog 2023: इस बार होली पर ग्रहों के कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार गुरु और शनि अपनी-अपनी स्वराशि में रहेंगे, ये संयोग कई दशकों में एक बार आता है।
Holi 2022 Puja Vidhi: धर्म ग्रंथों के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है। ये पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस बार ये तिथि 2 दिन रहेगी, जिसके चलते इस पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही है।
Laddu Holi 2023: इस बार होली (धुरेड़ी) 8 मार्च को खेली जाएगी। श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा, वृंदावन आदि में होली का खुमार 8 दिन पहले से ही शुरू हो जाएगा। 27 फरवरी को बरसाना के लाडलीजी के मंदिर में विश्व प्रसिद्ध लड्डू होली खेली जाएगी।
Holi 2023: होली का त्योहार रंगों का पर्व है। इस दिन हर कोई एक-दूसरे को रंग लगाकर खुशियां मनाता है। इसके एक दिन पहले होलिका दहन करने की परंपरा है। इस बार 7 मार्च को होलिका दहन और 8 मार्च को होली खेली जाएगी।
होली और भोजपुरी गानों का एक गहरा कनेक्शन है। यही वजह है कि होली आने से पहले ही मार्केट में भोजपुरी गानों की बाढ़-सी आ जाती है। होली से पहले अक्षरा का एक नया भोजपुरी गाना रिलीज हुआ है, जिसे वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स ने लॉन्च किया है।
Holi Celebration 2022 : मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में भी होली का जोरदात उत्साह दिखा। यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूरे जोश और उमंग के साथ होली के उत्सव में शामिल हुए। युवा, महिला, बुजुर्गों के साथ ही बच्चों पर भी होली का रंग चढ़ा रहा। आधी रात में होलिका दहन और उसके बाद सुबह से ही फाग की टोलियां मोहल्लों में घूमती दिखीं।
भारत विविधताओं का देश हैं। यहां एक ही त्योहार विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है। होली (Holi 2022) भी एक ऐसा ही त्योहार है। होली पर कही जुलूस निकाले जाते हैं तो कहीं कोई विशेष व्यंजन बनाया जाता है।
महाकाल मंदिर परिसर में होलिका दहन हुआ। इसके बाद देशभर में होलिका दहन किया गया। इस दौरान शिवभक्तों ने रंग-गुलाल और फूलों से बाबा महाकाल के साथ होली खेली। शाम को आरती के बाद यहां का महौल रंग-बिरंगी खुशियों से भर गया। हर किसी ने हर-हर महादेव, महाकाल के नारे लगाते हुए होली खेली।
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष के अंतिम माह फाल्गुन की पूर्णिमा को होली (Holi 2022) का त्योहार मनाया जाता है। यह हिन्दू धर्म के सबसे प्राचीन उत्सवों में से प्रमुख उत्सव है। इस पर्व का महत्व धर्म ग्रंथों में भी मिलता है। इसलिए इसे वैदिक पर्व भी कहते हैं। इस बार 18 मार्च, शुक्रवार को होली खेली जाएगी।