मालदीव की दो मुख्य विपक्षी पार्टियों ने मुइज्जू की भारत विरोधी विचारधारा की आलोचना करने के बाद राष्ट्रपति भाषण का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
मुइज्जू राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद अपने देश से भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने की अपील कर रहे थे। इसी चीज के लिए उन्होंने 15 मार्च तक भारत सरकार को अपने सैनिक वापस बुलाने का आह्वान किया था।
कंगाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने मालदीव को मदद करने का आश्वासन दिया है। पाकिस्तान ने ये फैसला तब लिया, जब भारत ने अंतरिम बजट में मालदीव को दी जाने वाली वित्तीय मदद में 22 फीसदी की कटौती करने का प्रस्ताव दिया है।
भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव के मंत्रियों द्वारा किए गए कमेंट्स के बाद दोनों देशों में तल्खी बढ़ गई है। कई भारतीय कंपनियां मालदीव के विरोध में उतर आई हैं। EaseMyTrip के बाद अब एक और कंपनी ने मालदीव का बायकॉट किया है।
भारत और मालदीव के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है क्योंकि मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। मालदीव ने घटना पर कड़ा एक्शन लिया और तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है।
मालदीव की सत्तारूढ़ पार्टी प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के नेता जाहिद रमीज ने भारतीयों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी की है। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया है। लोग सोशल मीडिया पर Boycott Maldives अभियान चला रहे हैं।