vaishakh sankashti chaturthi vrat katha: इस बार 27 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत का खास महत्व है।
Vikat Sankashti Chaturthi 2024 Date: धर्म ग्रंथों के अनुसार, एक साल में 4 बड़ी चतुर्थी होती है। इन चारों चतुर्थी तिथियों पर भगवान श्रीगणेश का विशेष पूजन किया जाता है। अप्रैल 2024 के अंतिम सप्ताह में भी बड़ी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा।
Sankashti Chaturthi February 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान श्रीगणेश हैं। इसलिए हर महीने के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश की विशेष पूजा और व्रत किया जाता है। इन चतुर्थी व्रतों के कईं विशेष नाम भी हैं।
Kab Hai Akhurath Sankashti Chaturthi 2023: पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत-पूजा की जाती है। इस व्रत की कथा राक्षसों के राजा रावण से जुड़ी है।
Akhuratha Chaturthi 2023 Kab Hai: पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार ये व्रत दिसंबर 2023 के अंत में किया जाएगा।
Sankashti Chaturthi 2023: प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी क व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश के साथ-साथ चंद्रमा की पूजा भी की जाती है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
Sankashti Chaturthi 2023: 3 सितंबर, रविवार को संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाएगा। ये व्रत बहुत ही खास है क्योंकि ये साल में आने वाली 4 प्रमुख चतुर्थी में से एक है। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
Sankashti Chaturthi July 2023: इस बार सावन मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत 6 जून, गुरुवार को किया जाएगा। सावन मास की संकष्टी चतुर्थी होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन कई शुभ योग भी बनेंगे।
Sankashti Chaturthi June 2023: इस बार आषाढ़ मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत 7 जून, बुधवार को किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग भी बनेंगे, जिसके चलते इस व्रत का महत्व और भी अधिक हो गया है।
Sankashti Chaturthi May 2023: ज्येष्ठ मास का संकष्टी चतुर्थी व्रत इस बार 8 मई, सोमवार को किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग भी बनेंगे, जिसके चलते ये तिथि और भी खास हो गई है।