संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस(UN Secretary General Antonio Guterres) अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा पर बुधवार (19 अक्टूबर) को मुंबई पहुंचे। जनवरी में शुरू हुए उनके दूसरे कार्यकाल के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है। यूएन महासचिव ने पीएम मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर की गई उस टिप्पणी का पूरा समर्थन किया है, जिसमें मोदी ने कहा था कि 'ये युद्ध का युग नहीं है।
14 साल पहले शशि थरूर कांग्रेस में शामिल हुए। तीन बार सांसद और दो बार केंद्रीय राज्यमंत्री रह चुके हैं। बोल्ड स्टेप्स उठाने और देश-दुनिया के मुद्दों पर बेबाक राय रखते हैं। उनकी गिनती कांग्रेस के सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नेताओं में होती है। आइए जानते हैं कॉलेज से करियर तक का सफर..
आने वाला दशक लोगों के लिए बड़े खतरे का संकेत है। संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस ने चेतावनी दी है कि दुनिया के कुछ क्षेत्रों में दशक के भीतर हीटवेव( Heatwaves-लू) इतनी चरम पर पहुंच जाएगी कि लोगों का जीवन अस्थिर हो जाएगा।
Milad-un-Nabi 2022: इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, साल के तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल की 12 तारीख को मिलाद-उन-नबी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार ये जश्न 9 अक्टूबर, रविवार को मनाया जाएगा।
मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पोप फ्रांसिस और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को शामिल कर एक आयोग बनाने की मांग संबंधी प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में पेश करने की घोषणा की है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू की बहन विजया लक्ष्मी पंडित 1953 की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष चुनी जाने वाली पहली महिला थीं। 193 सदस्यीय महासभा में लगभग 76 साल के इतिहास में केवल चार महिला अध्यक्ष थीं।
कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान का हिस्सा रहे सीमा सुरक्षा बल के दो जवान मंगलवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए थे। शांति मिशन के सैनिकों पर स्थानीय लोगों ने हमला कर मार डाला था।
दूसरा हमला अधिक भीषण था। प्रदर्शनकारियों व सेना के साथ छोटे हथियारों (ऑटोमैटिक्स) से गोलीबारी भी हुई थी। मोरक्को और भारतीय सैनिकों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की। इस संघर्ष में बीएसएफ के 02 जवान की मौत हो गई।
भारत के लिए यह गौरव की बात है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा(UNGA) के कामकाज में अब हिंदी भाषा को भी जगह मिलेगी। UNGA ने 10 जून को इस दिशा में एक उल्लेखनीय पहल करते हुए बहुभाषावाद(multilingualism) पर भारत की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव को पारित कर दिया। यानी अब UNGA के कामकाज में हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं को भी तवज्जो मिलेगी।