उत्तर प्रदेश में तेजी के साथ चल रहे चुनावी रैलियों पर भी विराम लगा दिया गया। ऐसे में बिना रैलियों के चुनावी तैयारियों को एक मुकाम तक ले जाना उत्तर प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। ऐसे में सपा, बसपा, बीजेपी और कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दल चुनाव आयोग के इस फैसले को किस नजरिए से लेते हैं व रैली के अलावा अपने चुनावी तैयारियों को जोर देने के लिए किस तरह की योजना बना रहे हैं, यह जानना बेहद महत्वपूर्ण होगा।
चुनाव आयोग के ऐलान के बाद इस बार यूपी के चुनावों में सोशल मीडिया का इस्तेमाल जमकर होने वाला है। क्यों कि जनता से जुड़ने का यही एक माध्यम पार्टियों के पास बचा है। 2014 तक सोशल मीडिया पर बीजेपी का लगभग पूरा दबदबा था। बाद में फिर कांग्रेस सहित तमाम क्षेत्रीय दल भी सोशल मीडिया का संगठित तरीके से इस्तेमाल करने लगे। इस तरह असली चुनौती शुरू हुई।
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। जिसके चलते 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान शुरू होगा। इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे, 20 फरवरी को तीसरे, 23 फरवरी को चौथे, 27 फरवरी पांचवें, 3 मार्च को छठे और 7 मार्च को सातवें दौर का मतदान होगा।
9 जनवरी को बीजेपी लखनऊ में बड़ी रैली करने की तैयारी में हैं और इस रैली को पीएम मोदी संबोधित करेंगे। असल में पार्टी की सभी जन विश्वास यात्राएं खत्म हो जाएंगी और लखनऊ में रैली के जरिए पार्टी अपना औपचारिक रूप से चुनाव अभियान शुरू करेगी।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले हैं। आगामी विधानसभा चुनाव (UP Elections 2022) में योगी किस सीट से मैदान में उतरेंगे इसका अभी फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने यह पार्टी पर छोड़ दिया है।
ओमीक्रोन (omicron) के बढ़ते मरीजों के बीच गुरुवार को चुनाव आयोग ने बताया कि पार्टियों की तरफ से उन्हें कुछ सुझाव मिले हैं। इसके अलावा कुछ बदलाव कर हम चुनावों को कोविड प्रोटेकॉल का पालन करते हुए करवाएंगे। बूथों पर भीड़ कम हो इसलिए यूपी में 11 हजार बूथ बढ़ाए जाएंगे।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के परिणाम आ गए हैं। इस बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, AAP और अकाली दल + बीएसपी के गठबंधन में चौतरफा मुकाबला था। आम आदमी पार्टी पहली बार नगर निगम चुनाव में किस्मत आजमा रही थी और बंपर जीत दर्ज की। वहीं, अकाली दल बीजेपी से अलग होकर BSP संग गठबंधन कर मैदान में उतरी थी।
अखिलेश (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को 8 फीसदी यादव और 6 फीसदी गैर यादव OBC वोट देंगे। यानी यादव और ओबीसी वोट मिला लें तो भी मुस्लिमों के वोट इस पार्टी के पास अधिक होंगे।
403 सीटों वाली उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा में भाजपा (BJP) को 233 से 252 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है, जबकि सपा 135 से 149 सीटों पर सिमट रही है। सीएम के रूप में योगी आदित्यनाथ 55 फीसदी लोगों की पसंद हैं। महज 2 फीसदी लोग ही प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) को सीएम (CM) के रूप में देखना चाहते हैं।
कोलकाता नगर निगम के चुनावों (Kolkata Municipal Corporation Election Result 2021) के नतीजे आने लगे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी सुबह से ही भारी बढ़त बनाकर आगे चल रही है। अब तक की गिनती में बीजेपी समेत अन्य सभी दल बहुत पीछे रह गए हैं। इस चुनाव में ममता की पार्टी टीएमसी एकतरफा जीत हासिल करती देखी जा रही है। TMC का दबदबा शुरू से देखा गया।