भगवान शिव बहुत भोले हैं, यदि कोई भक्त सच्ची श्रद्धा से उन्हें सिर्फ एक लोटा पानी भी अर्पित करे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। महाशिवरात्रि (21 फरवरी, शुक्रवार) के अवसर पर शिव भक्त भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अनेक उपाय करते हैं।
ज्योतिष उपायों में अनेक चीजों का उपयोग किया जाता है, इत्र यानी परफ्यूम भी उनमें से एक है। इत्र का उपयोग आमतौर पर खुशबू के लिए किया जाता है।
इस बार 21 फरवरी, शुक्रवार को महाशिवरात्रि है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन भगवान शिव लिंग रूप में प्रकट हुए थे। इसलिए महाशिवरात्रि पर विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा की जाती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, मनुष्य का शरीर पंच तत्वों (वायु, अग्नि, पृथ्वी, जल और आकाश) से बना है। इन सभी में जल को सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि जल के बिना जीवन संभव ही नहीं है।
इस बार 12 फरवरी को चतुर्थी और बुधवार को शुभ योग बन रहा है। इस दिन शाम को करीब 4.15 से सर्वार्थ सिद्धि योग भी प्रारंभ हो जाएगा।
कभी-कभार कब्ज की समस्या हो जाना आम बात है, लेकिन लगातार यह समस्या बनी रहे तो एसिडिटी और कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
धर्म-ग्रंथों में देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के कई आसान और सटीक उपाय बताए गए है। अगर इन उपायों को सही तरीके से अपनाया जाए तो भगवान की विशेष कृपा पाई जा सकती है।
धर्म शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि को विशेष फलदाई माना गया है। उन सभी पूर्णिमाओं में माघी पूर्णिमा का महत्व कहीं अधिक है।
पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चल रही चर्चा का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि क्यों नहीं हुआ, कब होगा, कैसे होगा?
कैंसर एक लाइलाज बीमारी है। अगर शुरुआती स्टेज में इसका पता चल जाता है, तो इसकी रोकथाम संभव है। इस बीमारी के कारणों का पता पूरी तरह नहीं चल पाया है। इसमें कोशिकाओं असामान्य विकास होने लगता है और ट्यूमर बन जाते हैं। कुछ उपायों को अपना कर इससे बचाव संभव है।