पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस बार पूर्णिमा और गुरुवार का योग होने से ये दिन और भी शुभ हो गया है।
2019 का अंतिम माह दिसंबर शुरू हो गया है। इस माह में चंद्र के अलावा सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र राशि बदलेंगे। शेष चार ग्रह गुरु, शनि और राहु-केतु राशि नहीं बदलेंगे।
आम तौर पर मौसम बदलने के दौरान सर्दी-खांसी की समस्या होती है। कई बार इसके साथ बुखार भी हो जाता है। लेकिन तेज बुखार के साथ अगर खांसी हो रही हो तो हो सकता है कि यह न्यूमोनिया हो। यह इन्फेक्शन की वजह से होता है।
आज के समय में सबसे बड़ी समस्या परिवार में असामंजस्य होना है। आपके पास सुख-सुविधा की हर चीज हो और परिवार के सदस्यों में आपस में न बनती हो तो जीवन नरक लगने लगता है।
ऐसा मानते हैं कि तंत्र प्रयोग में यदि काले घोड़े की नाल का प्रयोग किया जाए तो असंभव कार्य भी संभव हो जाता है।
ज्योतिष उपायों में अनेक चीजों का उपयोग किया जाता है, इत्र यानी परफ्यूम भी उनमें से एक है। इत्र का उपयोग आमतौर पर खुशबू के लिए किया जाता है।
तंत्र क्रियाओं में कई प्रकार की वनस्पतियों का उपयोग किया जाता है, नागकेसर के फूल भी इनमें से एक है।
किस व्यक्ति खुद का घर मिलेगा और किसे नहीं, इस बात का जवाब कुंडली से मिल सकता है। ज्योतिष के अनुसार जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखकर मालूम हो सकता है व्यक्ति को भूमि-भवन का सुख मिलेगा या नहीं।
कुछ घर ऐसे होते हैं, जहां नेगेटिव एनर्जी यानी बुरे साए का असर होता है। ऐसे घरों में रहने वाले लोग भी कभी खुश नहीं होते। उन्हें तरह-तरह की परेशानियां होती रहती हैं।
ज्योतिष की कई प्रचलित विद्याओं में से एक है लाल किताब। लाल किताब में भी ग्रहों के दोष और दुर्भाग्य दूर करने के लिए उपाय बताए गए हैं।