पीली सरसों का उपयोग यूं तो मसाले के रूप में किया जाता है, लेकिन तंत्र और ज्योतिष उपायों में भी इसका खास महत्व है। इसके कुछ उपाय तो बहुत ही आसान है।
भगवान शंकर अपने भक्तों को सभी सुख प्रदान करते हैं। यहां तक कि वे मरणासन्न भक्त को भी नया जीवन प्रदान कर सकते हैं।
हर व्यक्ति के जीवन में कुछ न कुछ समस्याएं जरूर रहती हैं। कभी कोई समस्या जल्दी खत्म हो जाती है तो कोई समस्या लंबे समय तक बनी रहती है।
26 दिसंबर, गुरुवार को खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा। यह साल 2019 का अंतिम सूर्यग्रहण होगा। इस समय धनु राशि में 6 ग्रह एक साथ रहेंगे।
26 दिसंबर, गुरुवार को साल 2019 का अंतिम सूर्यग्रहण होगा। ग्रहण में किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं।
इस बार 26 दिसंबर, गुरुवार को कंकणाकृति सूर्यग्रहण है। वैसे तो ग्रहण को अशुभ माना जाता है, लेकिन इस दौरान किए गए ज्योतिषीय उपायों से जल्दी ही शुभ फल मिलते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है क्योंकि मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का दंड शनिदेव ही देते हैं।
जब किसी की कुंडली में केतु अशुभ स्थान पर होता है तो उस व्यक्ति के जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं होता। उसे बुरी आदतें लग जाती हैं, जिसके कारण उसके मान-सम्मान में भी कमी आती है और जमा पूंजी का भी नाश होता है।
भगवान विष्णु की भक्ति का महीना मल मास 16 दिसंबर के शुरू हो चुका है, जो 14 जनवरी तक रहेगा। इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व है।
पति-पत्नी की कुंडली में ग्रहों के दोष होते हैं तो वाद-विवाद स्थितियां ज्यादा बनती हैं। दोनों में से किसी एक की कुंडली में दोष होगा तब भी पति-पत्नी के झगड़े होने की संभावनाएं रहती हैं।