जब सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में जाता है तो मकर संक्रांति (15 जनवरी) का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार साल में 12 संक्रांति होती है, लेकिन मकर संक्रांति का विशेष महत्व है।
15 जनवरी, बुधवार को मकर संक्राति है। ये मुख्य रूप से सूर्यदेव की पूजा का पर्व है। ज्योतिष के अनुसार, मकर संक्रांति पर सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल सकता है और किस्मत चमक सकती है।
वाहन उद्योग चाहता है कि सरकार आगामी आम बजट में क्षेत्र की वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए कुछ ठोस राजकोषीय उपाय करे इस समय वाहन उद्योग की रफ्तार सुस्त है
आजकल ज्यादातर लोग किसी न किसी वजह से तनाव की समस्या से परेशान हैं। तनाव का आपसी रिश्तों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। कोशिश की जानी चाहिए कि जहां तक संभव हो, इस समस्या से बचा जा सके।
इस बार 12 जनवरी, रविवार का दिन बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन एक नहीं तीन शुभ योग एक साथ बन रहे हैं। ये सभी योग पूरे दिन न रहकर दोपहर लगभग 1.50 तक ही रहेंगे।
11 जनवरी, शनिवार को दोपहर लगभग 2.41 से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा। शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
इस बार 10 जनवरी, शुक्रवार को पौष मास की पूर्णिमा है। धर्म ग्रंथों के अनुसार ये तिथि बहुत ही विशेष है। पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 8 जनवरी को पौष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
ठंड के मौसम में गले में इन्फेक्शन होने की संभावना ज्यादा रहती है। गले में इन्फेक्शन होने से कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। इससे खांसी तो होती ही है, कुछ निगलने में भी दिक्कत होने लगती है।
जिन लोगों की कुंडली में ग्रहों के दोष होते हैं, उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है। किसी भी काम में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ती है।