मां शक्ति की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि इस बार 25 मार्च, बुधवार से शुरू हो रही है, जो 2 अप्रैल, गुरुवार तक रहेगी। नवरात्रि के पहले दिन माता दुर्गा की प्रतिमा तथा घट (कलश) की स्थापना की जाती है। इसके बाद ही नवरात्रि उत्सव का प्रारंभ होता है।
कुछ लोग होते हैं जो हमेशा अपनी नाकामयाबियों के लिए किस्मत को दोष देते हैं। कुछ भी हो इन्हें सिर्फ अपनी किस्मत पर ही रोना आता है।
इस बार 24 मार्च, मंगलवार को चैत्र मास की अमावस्या है। मंगलवार को अमावस्या होने से इसे भौमी अमावस्या कहेंगे।
उज्जैन। इस बार 24 मार्च, मंगलवार को चैत्र मास की अमावस्या है। हिंदू धर्म में इस तिथि का विशेष महत्व है। इसे पितरों की तिथि माना गया है। अमावस्या पर छोटे-छोटे उपाय करने से आपका दुर्भाग्य भी सौभाग्य
पति-पत्नी के बीच तालमेल की कमी हो जाए तो वाद-विवाद की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। ज्योतिष के अनुसार अगर पति-पत्नी की कुंडली में ग्रहों के दोष होते हैं तो ये स्थितियां ज्यादा बनती हैं।
पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में आ चुकी है। अब तक इससे 11000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के वुहान से निकला यह वायरस पूरी दुनिया के लिए मुसीबत बन चुका है। वुहान में दिसंबर 2019 में कोरोनावायरस का पहला मामला सामने आया था।
इस बार 20 मार्च को एकादशी और शुक्रवार का योग बन रहा है। ये योग धन प्राप्ति के लिए किए जाने वाले ज्योतिषीय उपायों के लिए शुभ माना गया है।
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 20 मार्च, शुक्रवार को है।
इस बार मलमास 14 मार्च से शुरू हो चुका है, जो 14 अप्रैल तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में इस समय का विशेष महत्व बताया गया है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, रोज भगवान सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए। मल मास में सूर्यदेव की पूजा और उनसे जुड़े उपाय करने का और भी विशेष महत्व है।