सार

धर्म ग्रंथों के अनुसार, रोज भगवान सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए। मल मास में सूर्यदेव की पूजा और उनसे जुड़े उपाय करने का और भी विशेष महत्व है।

उज्जैन. भविष्य पुराण के अनुसार, कुछ विशेष फूलों से भगवान सूर्य की पूजा करने से विभिन्न फलों की प्राप्ति होती है। जानिए सूर्यदेव को कौन सा फूल चढ़ाने से क्या फल मिलता है-

1. सूर्यदेव को करवीर (कनेर) के फूल सबसे अधिक प्रिय है। इस फूल से पूजा करने वाला सूर्यदेव को बहुत प्रिय होता है। वह अपने जीवन में सभी सुखों को भोगकर अंत में स्वर्ग में निवास करता है।
2. सूर्यदेव को सफेद कमल चढ़ाने से सौभाग्य, कुटज के फूल चढ़ाने से ऐश्वर्य मिलता है। मंदार के फूल चढ़ाने से कुष्ठ रोगों का नाश होता है। बिल्व वृक्ष के पत्ते अर्पित करने से धन-संपत्ति मिलती है।
3. सूर्यदेव को मौलसिरी के फूलों की माला चढ़ाने से गुणवती कन्या से विवाह होता है। पलाश के फूल चढ़ाने से संकटों का नाश होता है। बेला के फूलों से पूजा करने से सूर्यलोक की प्राप्ति होती है।
4. सूर्यदेव को 1 हजार कमल के फूल चढ़ाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। मल्लिका के फूल (बेला फूल की एक प्रजाति) अर्पित करने से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
5. सूर्यदेव के मंदिर में शुद्ध घी का दीपक लगाने से आंखों से संबंधी रोग नहीं होते। महुए के तेल का दीपक लगाने से सौभाग्य मिलता है। तिल के तेल का दीपक लगाने से सूर्यलोक की प्राप्ति होती है।
6. सूर्यदेव की पूजा लाल चंदन से करने पर हर कामना पूरी होती है। चमेली के फूल अर्पित करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। कुंकुम से पूजा करने पर भी सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं।