30 जुलाई, गुरुवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इस दिन शुभ योग में होगा सूर्योदय, सुबह 9.20 के बाद दिन भर रहेगा कालदण्ड नाम का अशुभ योग।
25 जुलाई, शनिवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद हस्त नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
23 जुलाई, गुरुवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बन रहा है।
12 जुलाई, रविवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से स्थिर और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम के 2 शुभ योग बन रहे हैं।
2 जुलाई, गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन अनुराधा नक्षत्र होने से आनंद और सर्वार्थ सिद्धि नाम के शुभ योग बन रहे हैं।
9 जून, मंगलवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। मंगलवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग और उसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग बनेगा।
मंगलवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन पूरे समय आर्द्रा नक्षत्र रहेगा जिसके वजह से चर नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा।
मंगलवार को पहले उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से धाता और उसके बाद हस्त नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग बन रहे हैं। मंगलवार की शाम को बुध ग्रह राशि बदलकर मीन में प्रवेश करेगा।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं और 12 राशियां है इन सभी 12 राशियों के अलग-अलग ग्रह स्वामी हैं तीसरी और छठी राशि यानी मिथुन और कन्या का स्वामी बुध है बुध ग्रह बुद्धि से संबंधित है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर महीने सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। जिसे संक्रांति कहा जाता है।