CM शिवराज सिंह चौहान का मध्य प्रदेश चुनाव 2023 के लिए तूफानी चुनावी दौरा जारी है। उन्होंने जनजातीय बाहुल डिंडौरी जिले में सभाएं की और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा- 'कमलनाथ ने कफन के 5 हजार रुपये देना बंद करके किया था पाप।'
कमलनाथ द्वारा मध्य प्रदेश को चौपट प्रदेश कहे जाने के बाद CM शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा- 'मुझसे बैर है तो मुझे भला—बुरा कहें, प्रदेश को बदनाम न करें कमलनाथ। प्रदेश का अपमान सहन नहीं करेगी जनता, कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देगी'।
मध्य प्रदेश इलेक्शन 2023 में कांग्रेस के टिकट वितरण में उपजे विवाद से मची खलबली के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कटाक्ष करते हुए कहा- 'कांग्रेस 'टिकट बदल कांग्रेस' बन गई है। कांग्रेस ने घबराकर कई जगह टिकट बदल दिए हैं।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। 230 विधानसभा पर एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे नेता विवादित बयान देने लगे हैं। ऐसा ही एक वीडियो पूर्व सीएम कमलनाथ का वायरल हो रहा है।
CM शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को मीडिया से चर्चा में कमलनाथ के आरोप पर जवाब देते हुए कहा- 'कमलनाथ की सवा साल के लिए सरकार बनी तो बैगा, भारिया, सहरिया बहनों के आहार अनुदान पर ताला डाल दिया।'
कमलनाथ ने छिंदवाड़ा दौरे के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से की गई टिप्पणी पर बात करने से ही मना कर दिया। पूछने पर कमलनाथ ने तक कह दिया कि छोड़िए अखिलेश वखिलेश…
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए टिकिटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- 'कमलनाथ मुख्यमंत्री थे, तब भी सरकार चलाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह के पास थी'।
कांग्रेस घोषणा पत्र के लिए आयोजित प्रेस वार्ता में मंच पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच शब्दबाण चले। टिकट कटने से बगावत पर कमलनाथ ने कहा- 'दिग्विजय और जयवर्धन के कपड़े फाड़ो'।
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश की जनता को 100 यूनिट तक फ्री बिजली, पुरानी पेंशन और बेरोजगारी भत्ता देने की भी गारंटी देने का ऐलान किया है।
चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी का टिकट कटने से बगावती सुर सामने आने लगे हैं। रघुवंशी के कार्यकर्ताओं ने गुस्सा जाहिर करते हुए इस मामले को लेकर कमलनाथ से मुलाकात की और पार्टी के फैसले का विरोध जताया