सूत्रों के अनुसार, तलिबान ने ये कहते हुए 70 सिखों और हिन्दुओं को टुकड़ी को रोक दिया कि वो अफगानी हैं और इस देश को छोड़कर वापस नहीं जा सकते हैं।
सरकार बनाने को लेकर काबुल में हलचल तेज हो गई है। कई नेताओं के अलावा खलील हक्कानी भी शामिल हो सकता है।
तालिबान ने 150 लोगों को अगवा करने की बात से इनकार कर दिया है। तालिबान प्रवक्ता अहमदुल्लाह वासे ने कहा कि लोगों को अगवा नहीं किया गया है बल्कि सुरक्षित एयरपोर्ट पहुंचाया गया।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे (Taliban in Afghanistan) के खिलाफ स्थानीय स्तर के अलावा दुनियाभर में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
रेडियो न्यूजीलैंड ने बताया, हर कोई बाहर निकलना चाहता है। जर्मनी आने के बाद एक अफगान परिवार ने कहा, हर दिन पहले दिन से भी बदतर है।
प्लैनेट लैब्स की तस्वीरों में दिख रहा है कि हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाहर गाड़ियों की लंबी लाइन लगी है।
रक्षा सचिव बेन वालेस ने वायरल तस्वीर के बारे में पूछे जाने पर कहा, ब्रिटेन अफगानिस्तान में बच्चों को निकालने में असमर्थ है।
अरविंद केजरीवाल आज उत्तराखंड के दौरे पर थे। यहां अलगे साल विधानसभा चुनाव(Assembly Elections) होने हैं। केजरीवाल ने यहां हिंदू कार्ड खेला। twitter पर कई कमेंट्स आए हैं।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे( take over Afghanistan) के बाद वहां नरक से बदतर हालात हो गए हैं। काबुल एयरपोर्ट के कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें लाशें बिछी हैं और लोग उन्हें लांघते भाग रहे हैं।
स्पुतनिक न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि सत्ता तब तक हस्तांतरित नहीं की जा सकती जब तक तालिबान अपनी तरफ से राष्ट्रपति के उत्तराधिकारी के बारे में सूचित नहीं करते।