2G एथेनॉल प्लांट का निर्माण करीब 900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया गया है। प्लांट का निर्माण इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) द्वारा कराया गया है जोकि पानीपत रिफाइनरी के करीब स्थित है।
Telangana Farmer and her mother suicide: अपनी खड़ी फसल पर कब्जा करने से दु:खी एक किसान ने सुसाइड करने की कोशिश की। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब उसकी हालत स्थिर है।
हजारीबाग में धनरोपनी शुरू करने की संस्कृति अनोखी है। यहां परंपरा है कि पहले गांवाट की पूजा की जाती है। तब धनरोपनी शुरू होती है। कुलदेवता को महुआ शराब को टपान से पूजा पाठ करते हैं। उसके बाद धान की खेती शुरू होती है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की सूची की जांच में बड़ा खुलासा हुआ। सांसद पकौड़ी लाल कोल और उनके विधायक पुत्र छानबे विधायक राहुल प्रकाश कोल भी सम्मान निधि का लाभ ले रहे थे।
बराड़ा थाना पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अंबाला कैंट सिविल अस्पताल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, महिला की हत्या गर्दन काटकर की गई है। महिला के शरीर में टैटू बने हैं। लेकिन पहचान नहीं हुई है।
पीएम किसान योजना के तहत सरकार अपने किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की पहल कर रही है। लेकिन कुछ लोग इसका गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं। ऐसे में सरकार अब उनकी जमीनों की जांच करना शुरू कर चुकी है।
हर महीने की तरह ही अगस्त की पहली तारीख से देश में कुछ बड़े बदलाव हुए हैं। ये नियम ऐसे हैं जो सीधा आप पर असर डाल सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि 1 अगस्त से किन-किन नियमों में बदलाव किया गया है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है। जिसके अंतर्गत एवं सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। केंद्र सरकार द्वारा लाभार्थी किसानों की एक सूची बनाई जाती है जिन किसानों का नाम पीएम सम्मान निधि योजना में होता है, उन्हें केंद्र सरकार आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
यूपी के जिले हरदोई में 23 हजार से अधिक मृत किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा था। इसका खुलासा होने के बाद कृषि विभाग की टीम गांव-गांव जाकर सत्यापन की सूची तैयार कर रही है। 23 हजार 265 किसानों को मृत पाया है, जिसने करीब तीन करोड़ की रिकवरी की गई है।
दक्षिण पश्चिम मानसून की सक्रियता से देश के अधिकांश राज्यों में बारिश हो रही है, लेकिन यूपी-झारखंड कम बारिश को लेकर चिंतित है। मानसूनी की बेरुखी के कारण किसान बोवनी को लेकर परेशान हैं। इधर, गुजरात में ज्यादातर बांध पर्याप्त भर चुके हैं।