चीन में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 (जिसे एक्सपर्ट ने BA.5.2.1.7 नाम दिया है) की एंट्री के बाद भारत भी अलर्ट हो गया है। हालांकि यहां कोरोना गाइडलाइन को लेकर पॉलिटिक्स गहरा गई है। संसद से लेकर सड़क तक नेता कोरोना को लेकर सचेत नहीं दिखे, जबकि पीएम मोदी मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं।
चीन में कोरोना (China Corona) विस्फोट की वजह से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन चीन से आ रहीं तस्वीरें वाकई डराने वाली हैं। चीन में फैले कोरोना का असर सिर्फ चीन तक ही सीमित नहीं रहने वाला, बल्कि इसका असर पूरी दुनिया में देखने को मिल सकता है।
कोरोना महामारी के असर और रूस-यूक्रेन जंग के चलते 2022 में दुनिया की अर्थव्यस्था को बड़ा नुकसान पहुंचा। इस साल वैश्विक बाजारों में 14 ट्रिलियन डॉलर (1,15,79,47,00,00,00,000 रुपए ) का नुकसान हुआ है।
मंडाविया ने बताया कि सरकार कोरोना मामलों को गंभीरता से ले रही है लेकिन जिन देशों में नए मामले सामने आए हैं, वहां की उड़ानें बंद करने का अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार उड़ानें बंद करने की कोई योजना नहीं बना रही है।
चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस फैला हुआ है। इस खबर के बाद देश में भी सरकार ने अलर्टनेस दिखाते हुए पहले से ही सुरक्षा इंतजाम शुरू कर दिए है। पीएम मोदी ने मास्क पहना तो भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में लिया बड़ा फैसला। रद्द कर दी जनआक्रोश यात्रा।
मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे पीएम मोदी को स्वास्थ्य सचिव व नीति आयोग के सदस्य ने देश के कोरोना केसों की स्थिति और वैश्विक संकट के बारे में जानकारी दी। पीएम को बताया कि भारत में अभी काफी कम मामले सामने आए हैं। कोविड पॉजिटिव केसों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार उनकी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) से डर गई है और इसे रोकने के लिए कोरोना का बहाना बना रही है। उनकी यात्रा जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी।
corona virus: कोरोना वायरस एक बार फिर विश्व भर में फैलने लगा है। इसका सबसे ज्यादा असर चीन में देखा जा रहा है। भारत सहित अन्य देशों में भी अचानक इसके मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसके पीछे ग्रहों का अशुभ योग भी एक कारण हो सकता है।
लंदन स्थित एनालिटिक्स फर्म Airfinity Ltd ने अपने विश्लेषण के आधार पर बताया है कि चीन में रोज 10 लाख लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं और 5 हजार मरीजों की मौत हो रही है। कोरोना की इस लहर का पीक मार्च में आएगा।
कोरोना के चलते चीन में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। एक तरफ जहां अस्पतालों में लोग फर्श पर लेटकर इलाज कराने को मजबूर हैं, तो वहीं दूसरी तरफ लोग दवा कंपनियों की फैक्ट्रियों के बाहर लंबी-लंबी कतारों में खड़े नजर आ रहे हैं। चीन में अस्पतालों से लेकर श्मशानों तक बस लाशें ही लाशें नजर आ रही हैं।