अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की ओर से 92 साल के वकील के परासरन ने केस लड़ा। के पराशरण की उम्र को देखते हुए बैठकर दलील पेश करने की सुविधा भी दी गई, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वह भारतीय वकालत की परंपरा का पालन करेंगे।