पदाधिकारियों का आरोप - 'पार्टी जिले के सबसे छोटे कार्यकर्ता को टिकट दे दी थी तो मंजूर था, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू के निजी स्वार्थ को सिद्ध करते हुए ऐसे कमजोर प्रत्याशी को टिकट दिया गया। जो कि संगठन के किसी इकाई में नहीं थी, ना ही पार्टी के किसी कार्यक्रमों में सक्रिय थी' ।