राजस्थान के उदयपुर में स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन की बैंक शाखा में लूट की वारदात सोमवार की सुबह हुई है। इस पूरी घटना का सीसीटीवी वीडियो भी जारी हुआ है। वारदात के बाद पूरे शहर की पुलिस आरोपियो की तलाश में लगी हुई है।
स्मगलर्स कस्टम्स की आंखों में धूल झोंकने कैसे-कैसे तरीके अपनाते हैं, पिछले समय से मंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पकड़ गए गोल्ड से यह पता चलता है। तस्कर अपने अंडरगारमेंट में सीक्रेट जेब बनाकर उसमें गोल्ड ला रहे हैं। यह और बात है कि वे पकड़े गए।
सोने की परत वाली मिठाइयां आजकल खूब बनाई जा रही है। रक्षाबंधन के मौके पर नासिक में एक मिठाई की दुकान में सोने के वर्क वाली मिठाई बेची जा रही है। इससे पहले यूपी में सोना का घेवर भी बनाया गया था।
आयकर ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के जालना में स्टील, कपड़ा व्यापारी और रियल एस्टेट डेवलपर के यहां छापे मारकर 390 करोड़ की बेनामी सम्पत्ति का खुलासा किया है। इन व्यापारियों के यहां इतना कैश मिला, जितना अर्पिता मुखर्जी के यहां भी नहीं मिला था।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का रंगारंग समापन हो गया है। भारत ने 2022 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 61 मेडल्स जीते हैं। भारतीय खिलाड़ियों में कुछ ऐसे इवेंट्स में भी पदक जीते हैं, जिसमें अभी तक मेडल नहीं मिला था।
भारत की स्टार बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधू (PV Sindhu) ने गोल्ड मेडल जीत लिया है। पीवी सिंधू के गोल्ड जीतते ही भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश बन गया जिसने कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में 200 गोल्ड मेडल जीते हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स-2022 में भारत पर फिर गोल्ड की बारिश हुई है। टेबल टेनिस के मिक्स्ड डबल्स के मुकाबले में शरथ कमल और श्रीजा अकुला ने गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने फाइनल मुकाबले में मलेशिया के जेवेन चोंग और केरेन लिनकी जोड़ी को हराया।
कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में गोल्ड मेडल नहीं जीत पाने से हताश पूजा गहलोत प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रो पड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उनका हौसला बढ़ाया। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के इस पहल की खूब तारीफ हो रही है।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय महिला हॉकी टीम को निराशा हाथ लगी है। सेमिफाइनल में वो ऑस्ट्रेलिया से हार गई। इस तरह गोलकीपर सविता पूनिया की कैप्टनशिप में भारतीय महिला हॉकी टीम गोल्ड मेडल की दौड़ से बाहर हो गई।
44वें कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में भारत के पारा पावरलिफ्टर सुधीर (Powerlifter Sudhir) ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। महज पांच साल की उम्र में पोलियो का शिकार होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी।