श्रीनगर में डिफेंस पीआरओ कर्नल इमरोन मुसावी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में लगातार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के घुसपैठ की कोशिशें हो रही है जिसे हमारे सुरक्षाबल पूरी मुश्तैदी के साथ नाकाम कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए कई मोर्चों पर एक साथ काम किया जा रहा है। NIA टेरर फंडिंग को लेकर छापेमारी कर रही है। पुलिस हाइब्रिड आतंकवादियों की धरपकड़ कर रही है और सुरक्षाबल एनकाउंटर में आतंकियों का सफाया कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने एक बार फिर पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश की है। रामबन में आतंकवादियों ने पुलिस चौकी पर देसी बम फेंका। हालांकि इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस हमले के बाद सिक्योरिटी फोर्स हाईअलर्ट पर है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों का सख्त एक्शन जारी है। इस बीच दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के ब्राइहार्ड कठपोरा इलाके में फिर एनकाउंटर हुआ। यहां कुछ आतंकवादियों के छुपे होने की सूचना के बाद घेराबंदी की गई थी।
दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा में आतंकवादियों और सिक्योरिटी फोर्स के बीच हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद का मोस्ट वांटेड कैसर कोका सहित 2 आतंकवादी ढेर हो गए। कैसर कोका 2018 से घाटी में एक्टिव था।
जम्मू-कश्मीर में बढ़े आतंकी हमलों और कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाए जाने की खबरों के बीच पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा बलों ने आतंक के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया है। सुरक्षा बलों ने रविवार को दो आतंकवादियों को मार गिराया है।
जम्मू-कश्मीर में टार्गेट किलिंग (Target Killing in Jammu and Kashmir) के जरिये अल्पसंख्यकों कश्मीरी पंडितों में खौफ पैदा करने वाले आतंकवादियों का लगातार सफाया जारी है। इस बीच शोपियां में हुए एक नए एनकाउंटर में 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। इनमें एक आतंकवादी(पहली तस्वीर) कुलगाम में बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या में शामिल था।
Jammu Kashmir में आतंकवादियों ने सुरक्षा को सीधी चुनौती दे दी है। लगातार कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों को निशाना बनाकर एक बार फिर कश्मीर में आतंकवाद के पुराने दौर की वापसी करा चुके हैं। सोमवार को सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के एक आतंकवादी को पानीपोरा के जंगलों में हुए मुठभेड़ में मार गिराया है।
जम्मू-कश्मीर में बेखौफ हो चुके आतंकवादियों, कश्मीरी पंडितों व प्रवासी श्रमिकों की हत्या से सूबे में दहशत के बीच सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। किश्तवाड़ में सक्रिय हिजबुल का एक आतंकी पकड़ा गया है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बेखौफ हो चुके हैं। मई में आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों की हत्याएं कर दहशत फैला दी हैं। मई में नौ-नौ हत्याओं के बाद काफी संख्या में कश्मीरी पंडित एक बार फिर पलायन को मजबूर हैं। कश्मीर में 90 के दशक के बाद यह सबसे बड़ा पलायन है।