11 मई, सोमवार से शनि ग्रह अपनी स्वराशि मकर में वक्री हो चुका है। इसके बाद 13 मई को शुक्र भी वृषभ राशि में वक्री हो जाएगा। ये दोनों ग्रह अपनी-अपनी राशि में वक्री रहेंगे।
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन भगवान शिव ने लिंग रूप में अवतार लिया था। इस बार ये पर्व 21 फरवरी, शुक्रवार को है।
26 दिसंबर, गुरुवार को खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा। इस समय धनु राशि में 6 ग्रह एक साथ रहेंगे। ऐसा दुर्लभ सूर्यग्रहण 296 साल पहले 7 जनवरी 1723 को हुआ था।
4 नवंबर, सोमवार को गुरु ने धनु राशि में प्रवेश कर लिया है। इस राशि में पहले से ही शनि और केतु स्थित हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार इन तीन ग्रहों की युति धनु राशि में 1209 साल बाद बनी है।
इस साल दीपावली पर तिथियों को लेकर दुर्लभ योग बन रहे हैं। 25 अक्टूबर की सुबह द्वादशी तिथि और शाम को धनतेरस रहेगी।
सावन सोमवार और नागपंचमी के संयोग को संजीवनी महायोग कहा जाता है।
इस बार 30 अगस्त, सोमवार को जन्माष्टमी (Janmashtami 2021) मनाई जाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार ये पर्व बहुत ही खास रहेगा क्योंकि कई सालों बाद स्मार्त और वैष्णव ये पर्व एक ही दिन मनाएंगे, हालांकि ऐसा बहुत कम देखने में आता है।