कई बार बेहद आकर्षक और दिलचस्प टैरो कार्ड्स के माध्यम से जटिल भविष्यवाणी भी बताई जा सकती है। टैरो के The Major Arcana के डेक में 22 कार्ड शामिल हैं। ये कार्ड किसी भी व्यक्ति के जीवन के बारे में बहुत कुछ बता देते हैं। इन 22 कार्डों में से प्रत्येक का एक विशेष अर्थ है।
आज (6 मई, शुक्रवार) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन आदि शंकराचार्य और संत सूरदास की जयंती मनाई जाएगी। इस दिन सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 6.49 तक रहेगा, इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र पूरे दिन रहेगा।
आज दुनिया भर में टैरो विधा प्रचलित है। ये विधा भी ज्योतिष की तरह भविष्य में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में हमें पहले से ही सूचित कर देती है। जिससे हम उन समस्याओं के उपाय पहले से ही कर सकते हैं। टैरो मूल रूप से ताश के पत्तों का एक डेक है जिसके प्रत्येक कार्ड में एक प्रतीकात्मक और गहरा अर्थ होता है।
21 फरवरी, सोमवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। सोमवार को सूर्योदय चित्रा नक्षत्र में होगा, जो शाम 4.22 तक रहेगा। इसके बाद स्वाती नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले चित्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम का अशुभ योग और उसके बाद स्वाती नक्षत्र होने से छत्र नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
27 दिसंबर, सोमवार को पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन सूर्योदय हस्त नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। सोमवार को हस्त नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस अशुभ योग का असर सभी राशियों पर होगा।
11 मई 2022, दिन बुधवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। बुधवार को सूर्योदय पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा जो शाम 4 बजे तक रहेगा, इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
आज ( 10 मई, मंगलवार) को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन जानकी नवमी का पर्व मनाया जाएगा। मंगलवार को सूर्योदय मघा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 3 बजे तक रहेगा, इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
8 अप्रैल, शुक्रवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाएगी। शुक्रवार को सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा जो पूरे दिन रहेगा। शुक्रवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
19 मार्च, शनिवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि सुबह 11.37 तक रहेगी। इसके बाद चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन सूर्योदय हस्त नक्षत्र में होगा जो पूरे दिन रहेगा।
16 मार्च, बुधवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय मघा नक्षत्र में होगा जो पूरे दिन रहेगा। बुधवार को मघा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।