कांग्रेस हाइकमान ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस बार दो सीटों से उतारने का फैसला लिया है। सबसे पहले चन्नी को परंपरागत श्री चमकौर साहिब सीट से टिकट दिया गया। उसके बाद आखिरी सूची में चन्नी को भदौड़ सीट से भी टिकट दिया गया।
यूपी चुनाव 2022 के लिए सिराथू विधानसभा से प्रत्याशी बनाए गए केशव प्रसाद मौर्य 3 फरवरी को नामांकन दाखिल करेंगे। केशव ने 2012 में यहां से भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी और कमल खिलाने का काम किया था। 2022 चुनाव को लेकर वह लगातार लोगों में अपनी पैठ और मजबूत करने में लगे हुए हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण के लिए आज से अधिसूचना जारी हो चुकी है। मंगलवार की सुबह 11 बजे से 3 बजे तक प्रत्याशी अपना नामांकन कर सकेंगे। पांचवे चरण का नामांकन 1 फरवरी से 8 फरवरी तक किया जाएगा।
साल 2022-23 के लिए वैश्विक धरोहरों(World Heritage) के तौर पर कर्नाटक के बेलुर में होयसला मंदिर(Hoysala Temples of Belur) और हैलेबिड(, Halebid) व सोमनाथपुर(Somnathapura) का चयन किया गया है।
अखिलेश यादव ने नामांकन से पहले ट्वीट करते हुए लिखा कि ये नॉमिनेशन एक मिशन है। इसके साथ उन्होंने अपने चुनावी रथ के भीतर की एक तस्वीर भी पोस्ट की, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गयी है। समाजवादी पार्टी के चुनावी रथ के भीतर की तस्वीर पर अलग अलग टिप्पणी करते हुए अखिलेश यादव को ट्रोल कर रहे हैं।
अखिलेश यादव के करहल से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से यह सीट हॉट सीट बनी हुई है। भाजपा की ओर से अभी तक यहां से प्रत्याशी के नाम का ऐलान भी नहीं किया जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं भाजपा अपनी अगली सूची में करहल से प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर सकती है। फिलहाल देखना होगा की पार्टी अखिलेश यादव के सामने किस नेता को चुनावी मैदान में उतारती है।
सिक्की ने दो तरह से नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने अपना पहला नामांकन कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में, जबकि दूसरा बतौर निर्दलीय दाखिल किया है। सिक्की ने दोनों नामांकन दाखिल करते हुए कवरिंग उम्मीदवार के रूप में अपनी पत्नी तलवीन सहोता को मैदान में उतारा है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला, सीएम चन्नी बरनाला भदौड़ सीट, सुखबीर सिंह बादल जलालाबाद और प्रकाश सिंह बादल लंबी से पर्चा भरेंगे। सीएम चन्नी चमकौर साहिब विधानसभा सीट के अलावा भदौड़ से भी चुनावी मैदान में हैं।
कानपुर पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरूण वीआरएस लेकर बीजेपी का दामन थाम कर राजनीति में उतर आए हैं। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण मूलरूप से कन्नौज के खैरनगर के रहने वाले हैं। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण अपने पैतृक आवास से ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से मिलकर, चुनावी जनसंपर्क कर रहे हैं। इस काम में उनके साथ में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।
यूपी चुनाव में अब्दुल्ला आजम का नामांकन खारिज होने का डर अब समाप्त हो गया है। जांच के बाद अब्दुल्ला का नामांकन वैध पाया गया है। वहीं आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा का नामांकन रद्द हो गया है। तंजीन फातिमा के अलावा प्रदीप कुमार का पर्चा भी खारिज हुआ है।