दिल्ली में सात साल पहले 16 दिसंबर की रात को एक नाबालिग समेत छह लोगों ने एक चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया का सामूहिक बलात्कार किया था और उसे मरने के लिए बस से बाहर सड़क किनारे फेंक दिया था
निर्भया गैंगरेप मामले में इकलौते गवाह के खिलाफ दायर याचिका पर दिल्ली की निचली अदालत में सुनवाई हुई। अदालत ने कहा कि गवाह की विश्वसनीयता कोर्ट के बाहर उसके बयानों के आधार पर तय नहीं की जा सकती है।
निर्भया से गैंगरेप फिर हत्या के दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा। चार दोषियों में से तीन की पहले ही पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी गई है। 3 जजों की बेंच ने पहले फैसला दिया था।
माना जा रहा है कि निर्भया केस में चारों दोषियों को जल्द ही फांसी की सजा हो सकती है। लेकिन इन खबरों के बीच ही एक दोषी अक्षय कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की। याचिका में दिल्ली प्रदूषण का जिक्र किया गया।