इस विधानसभा क्षेत्र में महाराणा प्रताप के वंशज माने जाने वाले राणा-थारू परिवारों के साथ ही पिथौरागढ़, मुन्स्यारी, लोहाघाट, चंपावत इलाके से आए पर्वतीय लोग भी निवास करते हैं। यहां अच्छी तादाद देश विभाजन के समय आए सिख परिवारों और मुस्लिमों की भी है। कहा जाता है कि पहाड़ी वोट बैंक और थारू जनजाति के वोट बैंक को जिसने साधा वही यहां से जीत हासिल करता है।