इसे नागरिकों और शहरी संरक्षणवादियों के लिए जीत ही कहा जाएगा। क्योंकि पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने की नागरिकों की मांग को मान लिया गया है।
यहां विभिन्न पक्षियों, पक्षियों के घोंसले, तितलियों के साथ उन्हें मोर भी देखने को मिला। उन्होंने इस क्षेत्र में पक्षियों की कुछ लुप्तप्राय प्रजातियों को भी पाया। यह क्षेत्र एक जीवंत निवास स्थान बन गया है।
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब राज्य का औचक दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार की रात वे अगरतला से करीब 160 किलोमीटर दूर कंचनपुर के दौरे पर थे। वहां से वापसी के दौरान करीब 11 बजे बारामुरा के जंगलों से गुजरते वक्त सीएम की पेड़ काट रहे लोगों पर पड़ी। जिन्हें उन्होंने रंगे हाथों पकड़ लिया।
जावड़ेकर ने मोदी की रैली के लिए पेड़ों की कटाई का किया बचाव। उन्होंने कहा,‘‘मोदी की रैली के लिए पेड़ों को काटे जाने पर इतना बवाल क्यूं? पूर्व में भी प्रधानमंत्रियों और अन्य नेताओं की रैलियों के लिए पेड़ काटे जा चुके हैं। पहले इस प्रकार की कोई जागरुकता क्यूं नहीं थी।’’
सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच ने मंगलवार को मुंबई में आरे जंगल मामले में सुनवाई की। बेंच ने महाराष्ट्र सरकार को और पेड़ो की कटाई रोकने का आदेश दिया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भरोसा दिलाया है कि अब और पेड़ नहीं काटे जाएंगे।
महाराष्ट्र में विपक्षी दल राकांपा और कांग्रेस ने शनिवार को शिवसेना और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल आरे कॉलोनी में पेड़ों को कटने से बचाने में नाकाम रहे।
पुलिस ने आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर हुए प्रदर्शन के बीच शनिवार सुबह कॉलोनी और उसके आसपास के इलाकों में CRPC की धारा 144 लागू कर दी, जिसके बाद 29 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और किसी को वहां आने की अनुमति नहीं है।
हाई कोर्ट ने उत्तरी मुंबई में हरित क्षेत्र आरे कॉलोनी में पार्किंग बनाने के लिए पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ताओं की याचिकाएं खारिज कर दी थीं, जिसके बाद मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड ने शुक्रवार देर रात पेड़ों की कटाई शुरू कर दी।