गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए ट्रैक्टर मार्च में उपद्रव के बाद कहा जा रहा था कि किसान आंदोलन खत्म होने वाला है, लेकिन 28 जनवरी की शाम को उस वक्त पूरी तस्वीर बदल गई, जब किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर ही रो पड़े। उन्होंने रोते हुए किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर आने का आह्वान किया। आधी रात तक करीब एक हजार किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए। किसानों का कहना है कि शुक्रवार तक यह संख्या दोगुनी हो जाएगी। फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव जारी है।