यह स्वतंत्र भारत में हुए उस एकमात्र सफल आंदोलन की कहानी है, जिसके परिणास्वरूप सबसे भ्रष्ट और असंवेदनशील सरकार का तख्ता पलट गया था। इस आंदोलन का नेतृत्व गुजरात के छात्रों ने किया था। नव निर्माण आंदोलन की यह कहानी अद्भुत है।