भारत में कोविड वैक्सीनेशन (covid 19 vaccination) का आंकड़ा रिकॉर्ड 53 करोड़ को पार गया है। पिछले 24 घंटों में 63 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक करने जा रहे हैं। इसमें देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों और वैक्सीनेशन अभियान की समीक्षा होगी।
CoWin को 16 जनवरी को लॉन्च किया गया था। चार महीने के अंदर ही 20 करोड़ रजिस्ट्रेशन हो गए। 1 जुलाई तक इस प्लेटफॉर्म पर 35.4 करोड़ लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
पिछले एक हफ्ते के अंदर देश में रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीनेशन हुआ है। अब तक भारत में 32 करोड़ से अधिक लोगों को सिंगल या डबल डोज लगाए जा चुके हैं। वैक्सीनेशन मामले में भारत ने सारी दुनिया को पीछे छोड़ दिया है। इसे लेकर प्रधानमंत्री ने खुशी जाहिर की है। वहीं, कोविड 19 वर्किंग ग्रुप ने अब हर दिन 1 करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
भारत में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। यूके में 8 दिसंबर, अमेरिका में 14 दिसंबर, इटली, जर्मनी और फ्रांस में 27 दिसंबर से वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हुआ था।
देश में कोरोन संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग चल रही है। केंद्र सरकार 12-18 साल की उम्र के करीब 1.30 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग कर रहा है। इस दिशा में भारत बायोटेक से बातचीत चल रही है।
भारत में 2-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए COVAXIN के दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के बीच चीन से एक खबर आई है। यहां 3-17 साल तक के बच्चों के लिए सिनोवैक बायोटेक की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी अप्रूवल को मंजूरी दे दी गई है। ऐसा करने वाला चीन पहला देश बन गया है। हालांकि वैक्सीनेशन कब से शुरू होगा, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है।
अमेरिका की तमाम यूनिवर्सिटी उन छात्रों को दोबारा वैक्सीनेशन के लिए कह रही हैं, जिन्होंने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) से अप्रूवल ना मिलने वाली कंपनियों के टीके लगवाए हैं। इसमें वे भारतीय छात्र भी शामिल हैं, जिन्होंने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन लगवाई है।
भारत में 25 मई तक 196.4 मिलियन डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी है। अगर दुनिया भर के वैक्सीनेशन के आंकड़ों की तुलना करें तो केवल अमेरिका ही भारत से अधिक डोज वैक्सीन लगवा चुका है।
भारत कोरोना वायरस के खिलाफ लगातार जंग छेड़े हुए है। इस जंग में सबसे अहम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी भारत में चल रहा है। इसके तहत भारत में अब तक 15 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। 16 जनवरी को भारत में वैक्सीनेशन शुरू हुआ था।