यूपी के झांसी में एक महिला ने अपने ही पति की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्याकर दी। महिला ने बताया कि उसका पति बेटी के साथ रेप करना चाहता था। इसी के चलते दोनों के बीच विवाद हुआ था।
महज 300 रुपये के लिए हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। युवक की हत्या उस समय की गयी, जब वह गोंडा जिले से जालंधर पहुंचने के बाद अपने घर की तरफ जा रहा था। रास्तें में दो नशेड़ियों ने युवक का रास्ता रोक लिया और नशे की मांग करने लगे।
यूपी के आगरा में एक छात्र का अपहरण कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपियों ने छात्र के परिजनों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है।
बचपन से लेकर जवानी की दहलीज तक पहुंचने में ना जाने वो कितनी बार गिरी होगी और हर बार उसके माता-पिता ने संभाला होगा। लेकिन उसे नहीं पता था कि जिसने उसे संभाला वहीं उसके जान के दुश्मन बन जाएंगे।यूपी के कौशाम्बी में एक माता-पिता बेटी के लिए जल्लाद बन गए।
अपने दो मासूम बच्चों का गला घोंटते समय इस 22 वर्षीय मॉं के हाथ नहीं कांपे। ममता को दरकिनाकर कर बच्चों को मौत के घाट उतार दिया और फिर रिश्तेदारों को फोन कर बुला लिया, खुद वारदात से अनजान बनी रही।
यूपी के बरेली में बेटे ने मां के सिर पर सरिया से प्रहार कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट लिखवाई थी। वहीं पुलिस जांच में मामला खुलने के बाद आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यूपी के गाजियाबाद में एक महिला की उसके शादीशुदा प्रेमी ने गला दबाकर हत्या कर दी। इस वारदात में आरोपी का बेटा और दोस्त भी शामिल था। इसके बाद आरोपियों ने हत्या को हादसे का रूप देकर ट्रक ड्राइवर पर सारा इल्जाम डाल दिया।
17 साल के नाबालिग बेटे ने अपनी मां की गोली मारकर महज इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसे लगता था कि मां उसे प्यार नहीं करती है।
राजस्थान के उदयपुर से मानवता और पति-पत्नी के रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जहां एक हैवान पति ने बीवी से शारीरिक संबंध बनाने के बाद हत्या कर दी। दरिंदें ने अपने ही चार बच्चों को अऩाथ कर दिया। मासूमों ने मां को मारने का विरोध किया तो उनको भी पीटने लगा।
छपरा स्थित रिमांड होम में शनिवार की सुबह बाल कैदियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। बाल कैदियों ने होमगार्ड जवान चंद्र भूषण सिंह की चाकू से गोदकर कर हत्या कर दी। घटना उस वक्त हुई जब सुबह चंद्र भूषण सिंह कैदियों के हालात का जायजा लेने वार्ड के अंदर गए थे।