21 साल पुराने उसरी चट्टी केस में बाहुबली मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह कोर्ट में आमने-सामने होंगे। कोर्ट ने दोनों को अदालत में मौजूद रहने का आदेश दिया है। वहीं इस बीच सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद की गई है।
बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में यूपी सरकार से जवाब मांगा है। ज्ञात हो कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने उन्हें जेलर को रिवॉल्वर दिखाकर धमकाने का दोषी माना था।
मनी लांड्रिंग मामले में ईडी की कस्टडी रिमांड पूरी होते ही बाहुबली मुख्तार अंसारी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। कोर्ट ने उनकी न्यायिक अभिरक्षा को 10 जनवरी 2023 तक के लिए मंजूर किया है। साथ ही बाहुबली को पूरी सुरक्षा के साथ बांदा जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया है।
मुख्तार अंसारी की ईडी स्पेशल कोर्ट ने पेशी के बाद पांच दिन की रिमांड को बढ़ा दिया है। पूर्व विधायक की कस्टडी रिमांड बढ़ाने को लेकर ईडी ने अर्जी दी थी, जिसमें कहा गया था कि पूछताछ के दौरान कुछ तथ्यों में बाकी है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को माफिया मुख्तार अंसारी की 8 करोड़ की संपत्ति को कर्क किया गया है। बता दें कि डीएम के आदेश के बाद गाजीपुर पुलिस द्वारा यह कार्रवाई की गई है। यह प्रॉपर्टी उसकी मां व बहन के नाम दर्ज थीं।
यूपी के गाजीपुर के MP-MLA कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर मामले में दस साल की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही पांच लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। बाहुबली मुख्तार अंसारी और भाम सिंह गैंगस्टर मामले में दोषी पाए गए है।
ईडी को मुख्तार अंसारी की 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिली है। मुख्तार अंसारी 23 दिसंबर दोपहर दो बजे तक ईडी की कस्टडी में रहेगा। इसी बीच कड़ी सुरक्षा के साथ माफिया को बांदा जेल से प्रयागराज लाया गया था।
बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है। दरअसल ईडी ने बैंक खातों को ट्रेस कर खुलासा किया है कि यह खाता दंपती का है। जांच में यह पुष्टि हुई है कि इसी खाते से लेनदेन किया जाता था।
माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को नैनी सेंट्रल जेल से चित्रकूट जिला जेल के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है। मनी लांड्रिंग के मामले में अब्बास को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी भेज दिया गया था।
पूर्वांचल के माफिया डॉन और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का बुरा दौर जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में जुटी प्रवर्तन निदेशालय ने परिवार के बाद उसके करीबियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। साले और बेटे के बाद अब उनके करीबी लोग ईडी की रडार पर है।