बच्चों के बीच 6 फीट की दूरी सुनिश्चित की जाएगी। वैसे तो ऑनलाइन क्लासेज को वरीयता दी जाएगी लेकिन उन बच्चों को स्कूल बुलाने पर जोर दिया जाएगा जिनके पास ऑनलाइन की सुविधा उपलब्ध नहीं है।