5 मई, गुरुवार को चंद्रमा मिथुन राशि में, शनि कुंभ राशि में, सूर्य और राहु मेष राशि में, शुक्र और गुरु मीन राशि में, बुध ग्रह वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में और मंगल कुंभ राशि में रहेगा।
9 जनवरी, रविवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। रविवार को सप्तमी तिथि का योग होने से इस दिन भानु सप्तमी (Bhanu Saptami 2022) का पर्व मनाया जाएगा। इस संयोग में वार, तिथि और महीने के स्वामी सूर्य होने से इस दिन भगवान भास्कर की पूजा का कई गुना शुभ फल मिलेगा।
इस बार 2 जनवरी, रविवार को पौष मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्योदय मूल नक्षत्र में होगा जो शाम 4.37 तक रहेगा। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। रविवार को पहले मूल नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद पू्र्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से शुभ नाम के योग बन रहे हैं।
16 जून 2022, दिन गुरुवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से धाता और उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से सौम्य नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
7 जून 2022, दिन मंगलवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी। इस दिन धूमावती जयंती का पर्व मनाया जाएगा। ये देवी 10 महाविद्याओं में से एक है।
शनिवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से छत्र और उसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। शुक्रवार की रात से चंद्रमा कर्क राशि में आ चुका है। शनिवार को इसका असर सभी पर दिखाई देगा।
हिंदू धर्म में अमावस्या (Amavasya 2022) तिथि को बहुत ही खास माना गया है और इसे पर्व यानी त्योहार कहा जाता है। ये तिथि हर महीने के कृष्ण पक्ष के अंत में आती है। इसे पितरों की तिथि कहा जाता है।