रविवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे देवशयनी एकादशी कहते हैं। रविवार को पहले विशाखा नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद अनुराधा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
शनिवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस दिन पहले स्वाती नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद विशाखा नक्षत्र होने शुभ नाम के योग बन रहे हैं। इनके अलावा सिद्धि और साध्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
शुक्रवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन पहले चित्रा नक्षत्र होने से मूसल और उसके बाद स्वाती नक्षत्र होने से गद नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा इस दिन शिव और सिद्ध नाम के 2 शुभ योग भी बन रहे हैं।
4 जुलाई 2022, दिन सोमवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। सोमवार को पहले मघा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग और उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से ध्वजा नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
30 जून 2022, दिन गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। गुरुवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
29 जून 2022, दिन बुधवार को आषाढ़ मास की स्नान-दान अमावस्या है। इस दिन सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा, जो रात को लगभग 9.20 तक रहेगा। बुधवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
19 जून, रविवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग और उसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
13 जून 2022, सोमवार ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्दशी तिथि रहेगी। सोमवार को सूर्योदय अनुराधा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। सोमवार को अनुराधा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
3 जून 2022, दिन शुक्रवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि रहेगी। इस दिन विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को सूर्योदय पुनर्वसु नक्षत्र में होगा, जो शाम 04.35 तक रहेगा। इसके बाद पुष्य नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
2 जून 2022, दिन गुरुवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन रंभा तीज का व्रत किया जाएगा। गुरुवार को सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा, जो शाम 4 बजे तक रहेगा। इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।