राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन को खत्म कराने के दौरान कुछ वायदे किए थे। चुनाव के बाद सरकार सबकुछ भूल गई है, लेकिन किसान नहीं भूले। किसान फिर एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। बिजली, सिंचाई और फसलों के वाजिब दाम भी नहीं मिल रहे हैं। किसान आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं है।
राकेश टिकैत का कहना है कि पुलिस ने गलत तरीके से कार्रवाई की है। सोमवार देर रात शहर के प्रकाश चौक स्थित होटल पर तितावी के दो ग्रामीणों और होटल मालिक के बेटों के बीच मारपीट हो गई थी। पुलिस दोनों पक्षों को जिला अस्पताल लेकर पहुंची। ग्रामीणों ने भाकियू कार्यकर्ताओं को कॉल कर मौके पर बुला लिया।
टिकैत ने आगे इसे स्पष्ट करते हुए कहा कि देखो जनता तो इनसे नाराज है, ईमानदारी से तो सरकार चुनाव हारेगी और बेइमानी से जीतेगी। चोरी जैसा कोई काम नहीं, अगर पकड़ा न जाए। सर्टिफिकेट जीत का ही तो देना है, जिला पंचायत में जो हुआ उसे देश ने देखा।
राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसानों को आधे दाम पर फसलों को बेचना पड़ा है। किसान जिसे समझेगा उसे वोट करेगा. लोकतंत्र में विपक्ष मजबूत होना चाहिए। मजबूत विपक्ष का चेहरा किसे देखते हैं तो राकेश टिकैत ने कहा कि योगी आदित्यनाथ से बड़ा चेहरा कौन है आज. गौरतलब है कि राकेश टिकैत ने आगामी विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को समर्थन न देने का ऐलान किया है।