किचन घर का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा होता है। महिलाएं अपना काफी समय यहां बीताती हैं, इसलिए इसका वास्तु सम्मत होना बहुत जरूरी है।
वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का एक-एक स्वामी और ग्रह निर्धारित किया गया है। वास्तु में चार मुख्य दिशाओं और चार उपदिशाओं अर्थात कुल आठ दिशाओं को मान्यता प्राप्त है।
घर का फर्नीचर भी वास्तु को प्रभावित करती है। फर्नीचर कैसा होना चाहिए, किस लकड़ी का बना होना चाहिए और किस तिथि व नक्षत्र में खरीदना चाहिए। इसके बारे में भी वास्तु शास्त्र में विस्तार से बताया गया है।
वास्तु शास्त्र में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से हमारी अनेक समस्याओं का समाधान हो सकता है। ये उपाय बहुत ही आसान होते हैं।
घर बनवाते समय खिड़कियां जरूर रखी जाती है ताकि हवा और प्रकाश घर में आ सके। जिस घर में खिड़की नहीं होती, वहां रहने वाले लोग अक्सर बीमार रहते हैं। वास्तु शास्त्र में खिड़की से जुड़ी कई जरूरी टिप्स बताई गई हैं जिन्हें घर बनवाते समय ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र में घर के रंगों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। वास्तु के अनुसार घर में कलर करने से सुख-समृद्धि आती है।
किचन घर के सबसे जरुरी हिस्सों में से एक होता है। इसलिए किचन बनवाते समय वास्तु नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए।
वास्तु एक तरह का विज्ञान है। ज्योतिष शास्त्र में भी इसे मान्यता दी गई है। कुछ आसान वास्तु टिप्स का उपयोग करने से हमारी परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं, साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की छत भी बहुत खास होती है। अगर इसमें कोई दोष हो तो परिवार के सभी सदस्यों पर इसका अशुभ असर होता है। क्योंकि छत पूरे घर को कवर करती है।
हमारे जीवन में कई परेशानियां आती-जाती रहती हैं। इसे दूर करने के लिए हम कई तरह के उपाय भी करते हैं।