Shani Rashifal 2023: शनिदेव का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय उत्पन्न हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि शनिदेव हमेशा अशुभ फल ही प्रदान करते हैं। जो लोग अच्छे काम करते हैं और दूसरों की भलाई करते हैं। शनिदेव सदैव उन पर प्रसन्न रहते हैं।
Vrishabh Rashi Ka Naya Saal Kaisa Rahega: वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के लोग बहुत ही शांत स्वभाव के होते हैं। ये काफी मेहनती भी होते हैं। जो चाहते हैं पाकर ही रहते हैं। परिस्थिति वश ये कठोर निर्णय लेने से भी नहीं चूकते।
सभी लोगों के जीवन में प्यार की खास अहमियत होती है। अगर वैवाहिक जीवन या प्रेम संबंध ठीक रहे तो शेष परेशानियों से आसानी से निपटा जा सकता है लेकिन वैवाहिक जीवन या प्रेम संबंधों में किसी तरह की परेशानी हो तो व्यक्ति का दिमाग उसी ओर लगा रहता है।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वास्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम के अनुसार, टैरो कार्ड के इतिहास की बात करें तो ज्योतिष की इस विधा की शुरुआत लगभग 2 हजार साल पहले हुई थी। सेल्टिक नामक देश के लोगों द्वारा सर्वप्रथम इस विद्या से भविष्य जानने का प्रयास किया जाता था।
आज (17 जून, शुक्रवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष का तृतीया तिथि सुबह 06.11 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 02.18 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
हिंदू पंचांग के तीसरे महीने की अमावस्या 30 मई, सोमवार को है। इस दिन शनि जयंती (Shani Jayanti 2022), वट सावित्री के साथ ही सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2022) का पर्व भी मनाया जाएगा।
आज (20 मई, शुक्रवार) ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 07.41 तक रहेगा। इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से प्रवर्ध और उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
ग्रहों का राजा सूर्य 15 मई, रविवार को राशि बदलकर मेष से वृषभ में आ चुका है। सूर्य का ये राशि परिवर्तन सभी राशि के लोगों पर किसी न किसी रूप में असर डालेगा। कुछ राशि वालों के लिए ये शुभ रहेगा तो किसी के लिए अशुभ। वहीं कुछ लोगों को इस राशि परिवर्तन के मिले-जुले फल मिलेंगे।
चंद्रमा के बाद सबसे तेजी से बदलने वाला ग्रह बुध 25 अप्रैल को राशि बदलकर मेष से वृषभ में आ जाएगा। इसी महीने की 8 तारीख को बुध राशि परिवर्तन कर मीन से मेष आया था। इस तरह ये ग्रह अप्रैल 2022 में एक बार राशि बदल चुका है और अब दूसरी बार राशि परिवर्तन करने वाला है। लेकिन इस बार बुध ग्रह लंबे समय तक वृष राशि में रहेगा।
4 फरवरी, शुक्रवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को सूर्योदय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में रहेगा, जो सुबह 07.12 तक रहेगा। इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।