वैशाख महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को नृसिंह जयंती के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्री नृसिंह शक्ति तथा पराक्रम के प्रमुख देवता माने जाते हैं।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं। धर्मशास्त्रों के अनुसार, यह तिथि सब पापों को हरने वाली और उत्तम है। इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य मोह जाल तथा पापों से छुटकारा पा जाते हैं।
वैशाख महीने की पहली एकादशी 7 मई, शुक्रवार को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं। इस एकादशी व्रत के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था।
वैशाख मास हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना होता है, जो इस बार 28 अप्रैल से 26 मई तक है। इसमें भगवान विष्णु और शिवजी की विशेष पूजा की परंपरा है साथ ही पूरे महीने व्रत और उपवास रखे जाते हैं।
इस बार 27 अप्रैल, मंगलवार को चैत्र मास की पूर्णिमा है। इसी तिथि पर हनुमानजी का प्राकट्योत्सव मनाया जाता है।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं। कामदा एकादशी को भगवान श्रीविष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है। इस बार यह व्रत 23 अप्रैल, शुक्रवार को है।
कोरोना की बेकाबू होती दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए पीएम मोदी का पूरा दिन बैठकों और रणनीति बनाने में ही बीता। नौ दिन नवरात्रि रहने के बावजूद पीएम मोदी का मैराथन बैठकों का दौर जारी रहा। इसी दौरान उन्होंने बीजेपी की कोर टीम की भी बैठक की और महामारी में विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के वर्कर्स से सहयोग का प्लान बनाया।
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को गोविंद द्वादशी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान गोविंद की पूजा और व्रत करने से कष्ट एवं रोगों का नाश होता है साथ ही अतिरात्र याग नामक यज्ञ का फल प्राप्त होता है। इस बार ये तिथि 25 मार्च, गुरुवार को है।
इस बार 24 मार्च, बुधवार को आमलकी एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु व आंवला वृक्ष की पूजा करने का विधान है। इसलिए इसे आमलकी एकादशी कहते हैं।
फाल्गुन कृष्ण एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं। इस बार ये एकादशी 9 मार्च, मंगलवार को है। इस दिन जो व्यक्ति व्रत करता है, उसे हर काम में विजय यानी सफलता मिलती है।