Jyestha maas 2024: हिंदू पंचांग के तीसरे महीने को ज्येष्ठ कहते हैं। इस महीने का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में कईं बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इस मास के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं।
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी कहते हैं। इस एकादशी का महत्व अनेक ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार ये एकादशी मई 2024 में है।
कहते हैं कि मौत कब और कहां आ जाए यह कोई नहीं कह सकता है। कुछ ऐसी ही खबर राजस्थान के टोंक जिले से है, जहां एक महिला ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा था, लेकिन उसकी ही नीबू पानी पीते ही मौत हो गई।
vaishakh sankashti chaturthi vrat katha: इस बार 27 अप्रैल, शनिवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत का खास महत्व है।
Akshaya Tritiya 2024 Kab Hai: अंग्रेजी कैलेंडर की तरह ही हिंदू पंचांग में भी एक साल को 12 महीनों में बांटा गया है। इन सभी महीनों का नाम और महत्व भी अलग-अलग है। हिंदू पंचांग के दूसरे महीने का नाम वैशाख है।
Somvati Amavasya 2024 Puja Vidhi: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। जब अमावस्या तिथि सोमवार को होती है ये इसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। इसका महत्व सबसे अधिक माना गया है। साल 2024 की पहली सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल को है।
Gangaur Teej 2024 Date: चैत्र मास में नवरात्रि के दौरान गणगौर तीज का व्रत किया जाता है। इस व्रत में शिव-पार्वती की पूजा का विधान है। वैसे तो ये राजस्थान का लोक उत्सव है, लेकिन पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
6 अप्रैल, शनिवार को शनि प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन आनंद, कालदण्ड, शुक्ल और ब्रह्म नाम के 4 शुभ-अशुभ योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर सुबह 09:23 से 10:56 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 5 अप्रैल, शुक्रवार को पापमोचनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन प्रजापति, सौम्य, साध्य और शुभ नाम के 4 शुभ योग रहेंगे। राहुकाल दोपहर सुबह 10:56 से दोपहर 12:29 तक रहेगा।
Aaj ka Panchang 4 April 2024: 4 अप्रैल, गुरुवार को दशा माता की पूजा की जाएगी। इस दिन ध्वजा, श्रीवत्स, सिद्ध और साध्य नाम के 4 शुभ योग रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:02 से 03:34 तक रहेगा। इस दिन दक्षिण दिशा में यात्रा न करें।