Aaj Ka Panchang: 6 मार्च को विजया एकादशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से श्रीवत्स और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से वज्र योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन व्यातीपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
Aaj Ka Panchang: 28 फरवरी, बुधवार को चंद्रमा कन्या राशि से निकलकर तुला में प्रवेश करेगा। इस दिन फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पूरे दिन रहेगी। द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत भी इसी दिन किया जाएगा।
Sankashti Chaturthi February 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान श्रीगणेश हैं। इसलिए हर महीने के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश की विशेष पूजा और व्रत किया जाता है। इन चतुर्थी व्रतों के कईं विशेष नाम भी हैं।
March 2024 Festival calendar: साल 2024 के तीसरे महीने मार्च में कईं व्रत त्योहार मनाए जाएंगे। इनमें महाशिवरात्रि और होली आदि प्रमुख रहेंगे। ये महीना हिंदू पंचांग के फाल्गुन और चैत्र मास के अंतर्गत रहेगा। जानें मार्च 2024 के प्रमुख व्रत-त्योहार…
Aaj ka Panchang: 21 फरवरी, बुधवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से गद और पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:40 से 02:05 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 20 फरवरी, मंगलवार को जया एकादशी व्रत किया जाएगा। इस दिन चर, सुस्थिर, त्रिपुष्कर, प्रीति और आयुष्मान नक्षत्र भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 03:30 से शाम 04:56 तक रहेगा। अमृत काल इस दिन नहीं है।
acharyashri vidyasagar passed away: जैन समाज के दिगंबर संत आचार्य श्री विद्यासागर ने 17 फरवरी की रात छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ में अपना शरीर त्याग दिया। आचार्य श्री विद्यासागर ने 3 दिन पहले ही 3 दिन का उपवास लिया था और अखंड मौन धारण कर लिया था।
Kab Hai Ratha Saptami 2024: माघ मास के शुक्ल पक्ष में अचला सप्तमी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत फरवरी 2024 में किया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
Aaj Ka Panchang: 13 फरवरी, मंगलवार को अंगारक चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। साथ ही गुप्त नवरात्रि का चौथा दिन होने से देवी कूष्मांडा की पूजा भी की जाएगी। इस दिन सिद्धि, शुभ, सर्वार्थसिद्धि और साध्य नाम के 4 योग रहेंगे।
Vinayaka Chaturthi February 2024 Date: प्रत्येक हिंदू महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी और वरद चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।