Aaj ka Panchang: 30 दिसंबर, शनिवार को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। इस दिन आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग बनेगा। राहुकाल सुबह 09:50 से 11:09 तक रहेगा। इस दिन पूर्व दिशा में यात्रा न करें।
Kab Hai Akhurath Sankashti Chaturthi 2023: पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत-पूजा की जाती है। इस व्रत की कथा राक्षसों के राजा रावण से जुड़ी है।
Akhuratha Chaturthi 2023 Kab Hai: पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार ये व्रत दिसंबर 2023 के अंत में किया जाएगा।
24 दिसंबर, रविवार को रवि प्रदोष व्रत किया जाएगा। रविवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन साध्य और शुभ नाम के 2 योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 04:24 से 05:43 तक रहेगा।
Pradosh Vrat 2023: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है और सुख-समृद्धि बढ़ती है।
Vinayaka Chaturthi December 2023 Date: साल 2023 के अंतिम महीने दिसंबर में भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने का खास मौका आ रहा है। ये मौका है विनायकी चतुर्थी व्रत का। ये व्रत करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
11 दिसंबर, सोमवार तो मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। इस दिन मित्र, मानस, सुकर्मा, धृति और सर्वार्थसिद्धि नाम के 5 शुभ योग रहेंगे। राहुकाल सुबह 08:21 से 09:40 तक रहेगी। सोमवार की सुबह चंद्रमा तुला से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा।
Aaj ka Panchang 10 December 2023: 10 दिसंबर को पहले स्वाती नक्षत्र होने से लुंबक और उसके बाद विशाखा नक्षत्र होने से उत्पात नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 04:18 से 05:37 तक रहेगा।
8 दिसंबर, शुक्रवार को हस्त नक्षत्र होने से अमृत और चित्रा नक्षत्र होने से मूसल नाम के योग बनेंगे। साथ ही सौभाग्य और शोभन नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। शुक्रवार को चंद्रमा कन्या राशि से निकलकर तुला में प्रवेश करेगा।
Panchang 30 november 2023: 30 नवंबर को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से काण और पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, शुभ और शुक्ल नाम के 3 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 01:35 से 02:55 तक रहेगा।