पिछले हफ्ते के आखिरी दिन यानी शुक्रवार 11 अगस्त को शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली थी। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि इस हफ्ते बाजार का ऊँट किस करवट बैठेगा। आखिर कौन-से हैं वो फैक्टर जो इस हफ्ते तय करेंगे बाजार की दिशा।
पिछले हफ्ते के आखिरी दिन शेयर पॉजिटिव संकेतों के साथ हरे निशान पर बंद हुआ था। सेंसेक्स जहां 480 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ तो वहीं निफ्टी में भी 135 अंकों का उछाल देखा गया। ऐसे में इस हफ्ते बाजार का मूड कैसा रहने वाला है। आइए जानते हैं।
अंक ज्योतिष के माध्यम से किसी के भी भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में जाना जा सकता है। इसका मूल आधार है जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ। समय के साथ इसका क्रेज भी तेजी से बढ़ता जा रहा है।
सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार को शेयर बाजार (Share Market) में जबर्दस्त गिरावट देखी गई। सेंसेक्स में एक समय 1000 अंकों की गिरावट आ गई थी। हालांकि, बाद में इसमें निचले स्तर से कुछ रिकवरी देखी गई।
पिछले हफ्ते शेयर मार्केट गिरावट के साथ बंद हुए थे। 28 जुलाई को सेंसेक्स में जहां 106 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, वहीं निफ्टी भी 14 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था। ऐसे में अब लोगों की नजरें इस पर टिकी हैं कि इस हफ्ते बाजार का मूड कैसा रहने वाला है।
पिछले पूरे हफ्ते शेयर मार्केट में जबर्दस्त तेजी के बाद आखिरी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए। ऐसे में अब इस हफ्ते बाजार का मूड कैसा रहेगा। आखिर कौन-से होंगे वो 4 फैक्टर जो बाजार की दिशा तय करेंगे, आइए जानते हैं।
सरपट भाग रहे भारतीय शेयर बाजार आज अचानक धड़ाम हो गए। हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार 21 जुलाई को 30 शेयरों वाले BSE सेंसेक्स में 887 अंकों कि गिरावट दर्ज की गई। आखिर क्यों बाजार में आई इतनी बड़ी गिरावट, जानते हैं।
बीते शुक्रवार को शेयर बाजार का सेंसेक्स 502 अंक उछलकर 66060 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी भी 150 अंकों की बढ़त के साथ 19564 के लेवल पर क्लोज हुआ। इस हफ्ते आखिर कौन-से वो फैक्टर होंगे, जो बाजार की दशा और दिशा तय करेंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से अमेरिकी फाइनेंशियल सर्विस कंपनी कैपिटल ग्रुप के एक लेख को शेयर किया है। उन्होंने लिखा है कि युवाओं और उद्यमियों को ये 9 बिंदु दिलचस्प लगेंगे।
पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक बदहाली (Pakistan Economic Crisis) के दौर से गुजर रहा है। यहां तक कि पाकिस्तान के शेयर बाजार की हालत भी खस्ता हो चुकी है। Tata की सिर्फ एक कंपनी का मार्केट कैप पूरे पाकिस्तानी शेयर बाजार की वैल्यू से 7 गुना ज्यादा है।